- शहर के अहम मार्गों को आपस में जोड़ेगा लोहिया पथ चक्र-2
- ड्रेनेज सिस्टम को नुकसान नहीं हो, इसलिए बदली गई चक्र की डिजाइन
- यह प्रोजेक्ट 2024 तक होगा पूरा, अब 10 करोड़ रुपए लागत भी कम हुई
lohia path chakra design changed: पटना शहर के अहम मार्गों को जोड़ने के लिए प्रस्तावित लोहिया पथ चक्र-2 की डिजाइन बदल दी गई है। अब चार मीटर खुदाई करके ही पिलर बनवाया जाएगा। पहले नौ मीटर खुदाई कर पिलर बनवाया जाना था, लेकिन उससे शहर के ड्रेनेज सिस्टम को नुकसान हो सकता था। ऐसे में इंजीनियरों की टीम ने खुदाई के लिए डिजाइन में बदलाव करवाया।
पहले फेज में अधिक खुदाई कर पिलर बनवाने की वजह से लोहिया पथ चक्र के निर्माण में पांच साल लग गए थे। अब नई डिजाइन से लोहिया पथ चक्र का निर्माण तय समय से छह महीने पहले ही पूरा हो जाएगा। इंजीनियर्स का कहना है कि अगले साल जून तक पथ चक्र के दूसरे हिस्से को चालू कर दिया जाएगा।
आईआईटी रुड़की ने नई डिजाइन को किया है मंजूर
लोहिया पथ चक्र-2 के निर्माण के लिए बनी नई डिजाइन को आईआईटी रुड़की ने मंजूर किया है। नई डिजाइन का निर्माण पूरा होने में 10 करोड़ रुपए लागत भी कम आएगी। यह प्रोजेक्ट साल 2024 तक पूरा कर लिया जाएगा। इस पथ चक्र की सभी अलग-अलग लेन को 10 हिस्सों में बनवाया जाना है। दारोगा राय पथ से शुरू यह पुल हड़ताली मोड़ तक आएगा। यहां से बोरिंग कैनाल रोड से जुड़ जाएगा। सभी लेन को मिलाकर 3 किलोमीटर लंबाई तक का यह पथ चक्र रहेगा।
दो लेन का पुल बनेगा बोरिंग रोड पर
बता दें कि लोहिया पथ चक्र को तीन हिस्सों में बनाने की योजना है। नई डिजाइन के मुताबिक पहला हिस्सा दारोगा राय पथ स्थित विजिलेंस ऑफिस से शुरू होगा और हड़ताली मोड़ तक 350 मीटर में बनेगा। फिर दूसरा हिस्सा हड़ताली मोड़ से बोरिंग रोड में बुद्धा होटल के पास 250 मीटर लंबा एक पुल बनाया जाएगा। बोरिंग रोड के हिस्से में दो लेन का पुल ऊपर से गुजरेगा। सर्विस रोड दो लेन में होगी।
अटल पथ के नीचे से शुरू होगा एक पुल
लोहिया पथ चक्र के तीसरे हिस्से में अटल पथ के नीचे से एक पुल शुरू होगा। यह बिहार म्यूजियम के पहले समाप्त हो जाएगा। इस भाग की लंबाई 100 मीटर रहेगी। इंजीनियरों का कहना है कि हड़ताली मोड़ के पास अंडरग्राउंड जंक्शन बनाया जाएगा। वहां से पथ चक्र के तीनों हिस्सों में डायवर्जन होगा।