- गंगा पथ का वॉक-वे धंसने पर इंजीनियरों ने की जांच
- जेपी गंगा पथ और अटल पथ गोलंबस से आधा किलोमीटर लंबा वॉक-वे ट्रैक बनाया गया है
- वॉक-वे गांधी मैदान स्थित एएन सिन्हा इंस्टीट्यूट तक बनाया जाना है
JP Ganga Path Damage: बिहार का पहला मरीन ड्राइव और पटना का सबसे बड़ा पर्यटन स्थल बन रहा जेपी गंगा पथ मानसून की बारिश में धंस गया। गुरुवार की बारिश से कई इलाकों में सड़कों को क्षति पहुंची, लेकिन इस नई सड़क के धंसने से तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो गईं हैं। जेपी गंगा पथ का उद्घाटन छह दिन पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने किया है।
ऐसे में थोड़ी बारिश में इस पथ के वॉक-वे का धंसना इसके निर्माण पर सवाल खड़ा कर रहा है। हालांकि वॉक-वे के धंसने की सूचना मिलते ही विभागीय अधिकारी हरकत में आए और कार्यकारी एजेंसी से सड़क की मरम्मत करवाई गई। इंजीनियरों ने स्थल निरीक्षण कर इसकी जांच की। फिर एजेंसी ने देर शाम तक मरम्मत का कार्य पूरा कर लिया।
गंगा पथ और वॉक-वे का निर्माण जारी
फिलहाल जेपी गंगा पथ का एक ही हिस्सा शुरू किया गया है। दीघा रोटरी से गांधी मैदान स्थित एएन सिन्हा इंस्टीट्यूट तक यह मार्ग शुरू किया गया है। जबकि इसका निर्माण पटना सिटी क्षेत्र अंतर्गत दीदारगंज तक किया जाना है। इस कारण पथ पर वॉक-वे बनाने का भी काम चल रहा है। इस बारे में बीएसआरडीसी के उप महाप्रबंधक अरुण कुमार का कहना है कि, जय प्रकाश गंगा पथ और अटल पथ गोलंबर से आधा किलोमीटर लंबा वॉक-वे बनवाया गया है। इसका निर्माण एएन सिन्हा इंस्टीट्यूट तक किया जाना है। फिलहाल निर्माण कार्य जारी है।
वीकेंड पर जुट रही शहरवासियों की भीड़
गंगा किनारे सड़क बनाए जाने से यह पटना का पर्यटन स्थल बन गया है। उद्घाटन के दो दिन बाद रविवार को यहां पूरा शहर जुटा था। शाम चार बजे के बाद से रात 10 बजे तक जेपी गंगा पथ पर जबरदस्त भीड़ थी। शहरवासी अपने परिवार के साथ यहां वक्त बीताने पहुंच रहे हैं। खासतौर पर इनकी संख्या शनिवार और रविवार को कई गुना बढ़ जाती है। गंगा किनारे रखे गए अलग-अलग पत्थरों की कलाकृति भी लोगों को आकर्षित कर रही है। इसके अलावा सुबह के समय में इस मार्ग पर ठंडी और स्वच्छ हवा होने के कारण बड़ी संख्या में लोग टहलते हैं।