- 15 जून से गंगा नदी पर बने पीपापुल पर नहीं चलेंगे वाहन
- बिहार राज्य पुल निर्माण निगम लिमिटेड ने जारी किया आदेश
- अब इस रूट के लोग जेपी सेतु और महात्मा गांधी सेतु से करेंगे आवागमन
Patna Traffic Updates: सोमवार को पूर्णिया और अररिया जिले में मानसून का आगमन हो चुका है। इसके बाद कई विभागों की चिंता बढ़ गई है। दरअसल, हर साल बिहार में मानसून की बारिश के बाद कई जिलों में जल स्तर बढ़ने से परेशानी होती है। इसी अंदेशे को देखते हुए पटना में गंगा नदी पर बने पीपापुल पर 15 जून से वाहनों का परिचालन बंद किया जा रहा है। यह आदेश सोमवार को बिहार राज्य पुल निर्माण निगम लिमिटेड कार्य प्रमंडल पटना-1 द्वारा जारी कर दिया गया है।
मानसून के आगमन एवं गंगा नदी के जल स्तर में बढ़ोतरी होने की संभावना के मद्देनजर यह आदेश जारी हुआ है। राजधानी पटना एवं वैशाली जिला अंतर्गत गंगा नदी पर बने पीपापुल यानी कच्ची दरगाह से रूस्तमपुर (राघोपुर, वैशाली) के बीच है, उस पर वाहनों के परिचालन पर रोक लगाई गई है।
दानापुर-पानापुर के बीच बना है पीपापुल
कच्ची दरगाह से रूस्तमपुर की तरह ही ग्यासपुर-कालादियारा के बीच पीपापुल बना है। इसके अतिरिक्त सारण जिला अंतर्गत दानापुर और पानापुर के बीच भी पीपापुल बना है। पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव के कार्यकाल में यह पीपापुल बनाया गया था। इस पर भी 15 जून से यातायात पूरी तरह बंद रहेगा। अधिकारियों को निर्देश जारी हुआ है कि, पीपापुल खोल दिया जाए, जिससे 14 जून के बाद किसी भी तरह का वाहन या कोई व्यक्ति इससे आवागमन कर ही नहीं पाए। इस पीपापुल के बंद होने से वैशाली, सारण और पटना आने-जाने वाले लोगों को जेपी सेतु और महात्मा गांधी सेतु के माध्यम से आवागमन करना पड़ेगा।
नवंबर 2021 में जोड़ा गया था पीपापुल
नवंबर 2021 में दानापुर-पानापुर पीपापुल को जोड़ा गया था। खासतौर पर पीपापुल पर दियारा के लोगों का आना-जाना होता है। इससे दर्जनों गांवों के लोगों को आने-जाने में सुविधा होती है। पीपापुल बनने की वजह से दियारा के लोगों का दिनचर्या की चीजों को पटना शहर से ले जाने और लाने में काफी सहूलियत होती है। इस बार ग्यासपुर और कच्ची दरगाह में लगाए गए पीपापुल से लोगों को काफी राहत मिली थी। पिछले साल बाढ़ आने की वजह से कई गांव डूब गए थे। लोगों को नाव से जरूरी सामान ले जाना पड़ता था।