- रेप केस पर पूर्व सीएम जीतन राम मांझी के बयान पर बवाल
- '12 करोड़ की आबादी है बिहार की, अब ऐसी घटना तो'
- 'सरकार पर आरोप लगाने से पहले नीयत देखें'
बिहार में हाल ही में हाजीपुर जिले में एक नाबालिग से रेप का केस सामने आया है। इसे लेकर विपक्ष नीतीश कुमार सरकार पर हमलावर है। लेकिन इन सबके बीच पूर्व सीएम जीतन राम मांझी ने नीतीश सरकार का बचाव करते हुए विवादित बयान दे डाला। उन्होंने कहा कि अब बिहार की जनसंख्या आधा करोड़ या एक करोड़ तो है नहीं। कुल 12 करोड़ की आबादी है। इस तरह की एकाध घटनाएं आई होंगी। उन्होंने कहा कि जरूरी यह है कि जब इस तरह की घटना होती है तो देखना होगा कि सरकार क्या एक्शन करती हैं। अभी गया में इस तरह का केस सामने आया और उसका राजफाश किया जा चुका है।
ज्यादा बर्तन होने पर होती है खनक
जीतन राम मांझी ने कहा कि अब आप देखिए कि जब ज्यादा बर्तन होते हैं तो खनक होती है। इस तरह की वारदात के पीछे सरकार को बदनाम करने की साजिश भी रची जाती है। जहां तक बिहार में कानून व्यवस्था का सवाल है उसके साथ किसी तरह का समझौता नहीं है। नीतीश सरकार अपराध के प्रचि जीरो टॉलरेंस की नीति पर चल रही है। किसी निर्दोष को परेशान नहीं करना और किसी अपराधी को नहीं छोड़ना ही इस सरकार का मकसद है।
विवादों से रहा है नाता
यह पहली दफा नहीं है कि जीतन राम मांझी ने विवादित बयान दिया हो। इससे पहले भी वो विवादित बयानों को लेकर चर्चा में रहे हैं।उन्होंने कहा था कि वो भगवान राम को नहीं मानते हैं। उन्होंने खुद को माता सबरी का वंशज तो बताया और मर्यादा पुरुषोत्तम को काल्पनिक पात्र बताया था। तुलसी दास जी को मानते हैं वाल्मीकि को मानते हैं। लेकिन राम को नहीं मानते। राम तो हमारी मां सबरी के जूठा खाए थे। आज हमारा छुआ हुआ तो खाएं तो पाप है। अपने हित के लिए बड़े लोगों ने हमें बांट दिया।