- हड़ताली मोड़ स्थित पंत भवन के नीचे चाय बेचकर अपनी जिंदगी गुजर-बसर करता है सूरज कुमार
- दुकान बंद कराने पहुंची पुलिस ने उसके साथ अमानवीय व्यवहार किया और उस पर खौलती चाय फेंक दी
- एसकेपुरी के थानेदार ने कहा-ऐसी कोई बात नहीं है, हो सकता है कि पुलिसकर्मी दुकान बंद करवाने गए हों
पटना : राजधानी पटना में पुलिस का अमानवीय चेहरा सामने आया है। यहां के हड़ताली मोड़ स्थित पंत भवन के नीचे चाय बेचकर अपनी जिंदगी गुजर-बसर करने वाले सूरज कुमार के ऊपर पुलिस ने खौलती चाय फेंक दी। पुलिस सूरज कुमार से उसकी चाय की दुकान बंद करा रही थी। इसी दौरान पुलिस ने उसके साथ अमानवीय व्यवहार किया और उस पर खौलती चाय फेंक दी। इस घटना में सूरज का पैर जल गया है। इससे पटना पुलिस की शर्मनाक हरकत एक बार फिर उजागर हुई है।
'दुकान बंद कराने आए पुलिसकर्मी पीटने लगे'
पीड़ित सूरज का कहना है कि बीती रात साढ़े 10 बजे एक बोलेरो में बैठे कुछ पुलिसकर्मी आए और अचानक हमारे चाचा को पीटने लगे और दुकान बंद करने की बात कहने लगे। हम दुकान बंद कर ही रहे थे कि खौलते हुए चाय की टोकरी पर पुलिस ने लात मारी और उसके पैर पर खौलती हुई चाय फेंक दी। सूरज का कहना है कि चाय ऊपर गिरने से वह दर्द से छटपटाने लगा। आस-पास के लोगों के जुटने पर पुलिस वहां से भाग गई।
खौलते चाय की टोकरी से जला बच्चे का पैर
पीड़ित सूरज का कहना है कि बोलेरो गाड़ी पर श्रीकृष्णापुरी थाना लिखा हुआ था। वहीं, प्रत्यक्षदर्शी महिला ने कहा कि बोलेरो से पुलिस आई और बिना बोले मारने लगी। खौलते चाय की टोकरी पर पुलिस पैर से मारा। इस चाय से बच्चा का पूरा पैर जल गया। पीड़ित सूरज की मां का कहना है कि अगर सरकार ऐसे करेगी तो हमलोग क्या खाएंगे। जब दुकान बंद की करवाना था तो पुलिस पांच मिनट का समय देती और इस तरह से पैर नहीं जलाना चाहिए था।
एसकेपुरी के थानेदार ने पुलिसकर्मियों को दी क्लीन चिट
इस पूरे मामले पर जब एसकेपुरी थाने पहुंचकर पूछा गया तो वहां कार्यरत एक पुलिसकर्मी ने बताया कि थानेदार साहेब नहीं हैं। आप फोन पर बात कर लीजिए। वहीं, एसकेपुरी के थानेदार एसके सिंह ने बताया कि नहीं ऐसी कोई बात नहीं है, हो सकता है कि पुलिसकर्मी दुकान बंद करवाने गए हों लेकिन उनके पुलिसकर्मियों ने ऐसा नहीं किया होगा।