- बिहार में अग्निपथ स्कीम का विरोध
- बक्सर, गया, जहानाबाद जिलों में असर
- दो साल से बंद रहीं भर्तियों पर युवकों ने उठाए सवाल
अग्निपथ योजना को लेकर देश के अलग अलग राज्यों में युवा प्रदर्शन कर रहे हैं। कई जगहों पर हिंसक प्रदर्शन भी हुए हैं। बक्सर में सड़क और रेल यातायात प्रभावित है, सैकड़ों की संख्या में युवक विरोध जता रहे हैं। जहानाबाद में विरोध का असर राष्ट्रीय राजमार्ग 83 और 31 पर पड़ा है। पुलिस और युवा प्रदर्शनकारियों के बीच जमकर पथराव और लाठीचार्ज पुलिस की तीन गाड़ियों को किया गया आग के हवाले दर्जनों लोगों को आई चोटेंकेंद्र सरकार के द्वारा सेना में भर्ती को लेकर अग्नीपथ योजना लागू किए जाने के बाद आर्मी की तैयारी कर रहे नौजवानों ने विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शन कार्यों ने नेशनल हाईवे नंबर 19 पर जाम लगा दिया और टायरों आग लगाकर हाईवे को जाम दिया। इतना ही नहीं हाईवे के दोनों तरफ लगी ग्रिल को तोड़कर हाइवे पर फेंक दिया।
हरियाणा के पलवल में बवाल
उग्र प्रदर्शन को देखते हुए को भी तैनात किया गया है लेकिन फिर भी हालात पुलिस की कंट्रोल से बाहर होते नजर आ रहे हैं सैकड़ों की संख्या में युवा प्रदर्शनकारी प्रदर्शन कर रहे हैं। इन प्रदर्शनकारियों की मांग है सरकार ने सेना में भर्ती को लेकर जो अग्निपथ योजना लागू की है उसे वापस लिया जाए क्योंकि पिछले काफी लंबे समय से युवा भर्तियों का इंतजार कर रहे हैं ऐसे में यह युवाओं के साथ एक भद्दा मजाक है जाम हो जाने से दोनों तरफ वाहनों की लंबी-लंबी कतारें लगी हुई हैं और हजारों वाहन जाम में फंसे हुए हैं
पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच जमकर पथराव लाठीचार्ज हुआ प्रदर्शनकारियों ने पुलिस की तीन गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया और पूरी तरह से गाड़ियां जल चुकी है पुलिस पर जमकर पथराव किया गया जिसकी वजह से पुलिस को बैकफुट पर जाना पड़ा। पुलिस को लाठी चार्ज करना प्रदर्शनकारियों पर महंगा पड़ गया प्रदर्शनकारियों के द्वारा जमकर पुलिस पर पथराव किया गया आस पड़ोस के रहने वाले लोगों पर भी प्रदर्शनकारियों के द्वारा जमकर पथराव किया गया है पुलिस की 3 गाड़ियां जलकर पूरी तरह से खत्म हो चुकी है इतना ही नहीं जाम में फंसे लोकल वाहनों पर भी पथराव कर उन में तोड़फोड़ की गई है
बिहार के युवकों को क्यों है ऐतराज
युवकों का कहना है कि जब अगले 96 दिनों में 40 हजार से अधिक अग्निवीरों की नियुक्ति होगी तो पिछले दो साल में जो नियुक्तियां होनी थी उनका क्या होगा। इसके साथ कार्यकाल पर भी ऐतराज है। युवाओं का कहना है कि जब सांसद और विधायक पांच साल तक अपनी सेवा दे सकते हैं तो अग्निवीरों के लिए चार साल का प्रावधान क्यों है।
अग्निपथ स्कीम
- पहले वर्ष में सभी 40 हजार भर्तियां पूरे देश से की जाएंगी।
- इसमें 6 महीने की ट्रेनिंग दी जाएगी और साढ़े तीन साल की नौकरी होगी।
- चार साल की समाप्ति के बाद फौज 25 फीसद अग्निवीरों को अपने साथ रखेगी जिनका नजरिया और चाह सेना के अनुकूल रहेगा
- 75 फीसद लोग किसी और नौकरी के लिए स्वतंत्र होंगे।
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अग्निवीरों को यूपी, एमपी, हरियाणा सरकार देगी प्राथमिकता
बता दें कि अग्निपथ स्कीम पर यूपी, मध्य प्रदेश और हरियाणा सरकार की तरफ से खास बयान आया है। इन सभी सरकारों का कहना है कि चार साल की नौकरी के बाद जब अग्निवीर रिटायर होंगे तो उन्हें सरकारी नौकरी में प्राथमिकता दी जाएगी। यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने खास ट्वीट में कहा कि आदरणीय प्रधानमंत्री जी के मंशानुरूप 'अग्निपथ योजना' युवाओं को राष्ट्र व समाज की सेवा हेतु तैयार करेगी, उन्हें गौरवपूर्ण भविष्य का अवसर प्रदान करेगी। यूपी सरकारआश्वस्त करती है कि 'अग्निवीरों' को सेवा के उपरांत पुलिस व पुलिस के सहयोगी बलों में समायोजित करने में प्राथमिकता दी जाएगी।