- विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान 2 अप्रैल से 30अप्रैल तक चलाया जायेगा
- स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की जिम्मेदारी होगी कि वह बीमार लोगों को इलाज मुहैया कराएं
- अभियान के जरिए बुखार, खांसी, जुकाम, डेंगू व क्षय रोगियों की सूची भी तैयार की जाएगी
Prayagraj Health News: संचारी रोगों पर काबू पाने के लिए प्रयागराज में विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान 2 अप्रैल से 30 अप्रैल तक चलाया जायेगा। अभियान को सफल बनाने में आशा एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की मुख्य भूमिका रहेगी। विभिन्न विभागों के सहयोग से अभियान के हर बिंदु पर विशेष कार्य संभव होगा। खास बात ताे यह है कि इस अभियान के जरिए बुखार, खांसी, जुकाम, डेंगू व क्षय रोगियों की सूची भी तैयार की जाएगी, जिसमें स्वास्थ्य विभाग की टीमें घर-घर जाकर बुखार, खांसी, आईएलआई ( इन्फ्लूएंजा लाइक इलनेस), टीबी, कोरोना संचारी रोगों के लक्षणों के बारे में जानकारी देते हुए इन बीमारियों के संभावित मरीजों का पता भी लगाएगी। इसकी सूचना स्वास्थ्य विभाग को देंगी। वहीं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की जिम्मेदारी होगी कि, वह बीमार लोगों को इलाज मुहैया कराएं व नियमित रूप से अभियान की समीक्षा करें।
विभिन्न विभागों के सहयोग से होगा अभियान
जिले में इस अभियान को सफल बनाने के लिए चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग को अभियान का नोडल बनाया गया है। उन्होंने बताया कि, अभियान के दौरान 13 संबंधित विभाग आपसी सहयोग के माध्यम से दिए गए। दायित्वों का निर्वहन करते हुए साफ-सफाई, कचरा निस्तारण, जल भराव रोकने तथा शुद्ध पेयजल उपलब्धता पर विशेष जोर देते हुए संचारी रोग नियंत्रण अभियान को सफल बनाने में सहयोग प्रदान करेंगे। इसमें मुख्य रूप से चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग, नगर विकास, पंचायती राज / ग्राम्य विकास, पशु पालन, महिला एवं बाल विकास, शिक्षा, चिकित्सा शिक्षा, दिव्यांगजन सशक्तिकरण/समाज कल्याण, कृषि एवं सिंचाई, तथा सूचना विभाग शामिल हैं।
मास्क और उचित दूरी रखने के लिए लोगों को किया जाएगा जागरूक
इन विभागों को जिम्मेदारी दी गई है कि वह संचारी रोगों की रोकथाम में मदद करें। इस दौरान साफ-सफाई एवं कोविड-19 को लेकर मास्क और उचित दूरी बनाए रखने के लिए लोगों को जागरूक किया जाएगा। टीबी के लक्षण वाले व्यक्ति की सूचना मिलने पर एएनएम के मध्य से जानकारी मुख्यालय पर देंगी। इसके साथ ही आशा कार्यकर्त्ता जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र से छूटे शिशुओं व व्यक्तियों का पंजीकरण करेंगी। कुपोषित बच्चों की सूची, दिमागी बुखार के कारण दिव्यांग हुए व्यक्तियों की सूची भी बनाएंगी। वह टीकाकरण से छूटे बच्चों का चिन्हीकरण भी करेंगी, जिससे सम्पूर्ण टीकाकरण हो सके।