- डाकघरों से अब कपड़े की पैकिंग में पार्सल भेजने पर मनाही
- पुणे के सभी डाकघरों के पोस्टमास्टरों को निर्देश दिया गया
- मुख्य महाप्रबंधक (पार्सल निदेशालय) ने पार्सल आदेश जारी किया
Pune Post Office Packing: पार्सल से तलवार भेजने की घटना से प्रभावित होकर प्रधान कार्यालय के मुख्य महाप्रबंधक (पार्सल निदेशालय) अजय कुमार रॉय ने पार्सल आदेश जारी किया है। कुछ नागरिक पार्सल को कपड़े में लपेट कर डाकघर के कर्मचारियों को सौंप रहे थे। हालांकि अब इस तरह से पार्सल पर कपड़ा पैक करने से काम नहीं चलेगा। सोमवार से पार्सल को कपड़े की थैली में पैक करने की व्यवस्था पर रोक लगा लगा दी जाएगी। डाकघर में प्रत्येक आकार के डिब्बे उपलब्ध होंगे और उन्हीं में पार्सल का सामान पैक होगा।
दरअसल हाल ही में एक कुरियर कंपनी द्वारा डिलीवर किए गए पार्सल से तलवार भेजने की घटना सामने आई है। डाक विभाग सरकार के नियंत्रण में है। इसलिए डाकघर के कर्मचारियों के लिए पार्सल की जांच करना बेहद जरूरी है। पुणे डाक विभाग ने कहा कि, कपड़ा पैकिंग का पार्सल डाकघर के कर्मचारियों द्वारा स्वीकार नहीं किया गया था। कर्मचारियों के लिए पार्सल री-चेकिंग अनिवार्य एहतियात के तौर पर, कर्मचारियों को पार्सल एक बार उनके हाथ में आने के बाद ग्राहक को वापस नहीं करना चाहिए।
पार्सल पर इंडिया पोस्ट का लोगो लगाना जरूरी
पार्सल को ठीक से जांचना अनिवार्य है। पार्सल पर इंडिया पोस्ट का लोगो लगाना भी जरूरी है। शहरों के मुख्य डाकघरों में पार्सल की सुविधा है। डाक अधिकारियों ने यह भी कहा कि, जगह के कर्मचारी अब जिम्मेदारी से पार्सल पैक करें। मानक बॉक्स का प्रयोग करें पुणे में जनरल पोस्ट ऑफिस (जीपीओ) के पोस्ट मास्टर एन.एस. बंकर ने कहा कि, एक अप्रैल से पार्सल पर कपड़े की पैकिंग बंद है। डाकघरों में पैकिंग के लिए मानक बक्से होते हैं। इसके माध्यम से पार्सल भेजे जा सकते हैं। नई व्यवस्था के तहत पार्सल को कपड़े में पैक करने की व्यवस्था पर पूरी तरह से रोक लगा दी गई है। ग्राहक को पार्सल सामग्री को पैक कर लाने की आवश्यकता नहीं होगी।
ग्राहक को मामूली कीमत देकर खरीदना होगा डिब्बा
डाकघर में मामूली कीमत देकर ग्राहक को डिब्बा खरीदना होगा। ग्राहक डिब्बे में सामान रखेगा और डाक विभाग डिब्बे के प्रत्येक जोड़ वाले स्थान पर प्लास्टिक चिपकाएगा। इस पर भारतीय डाक लिखे होने के साथ पोस्टआफिस का चिह्न भी होगा। पैकेट के ऊपर प्लास्टिक की थैली डालकर सील कर दिया जाएगा। इस व्यवस्था के बाद बीच रास्ते में पार्सल को नहीं खोला जा सकता है और बारिश में पार्सल सामग्री भीगने का खतरा में नहीं रहेगा। मुरादाबाद से प्रत्येक दिन पांच सौ से अधिक पार्सल सामग्री डाकघर से देश व विदेश भेजी जाती है। इस व्यवस्था के बाद पार्सल भेजने वालों को पैकिंग के झंझट से मुक्ति मिल जाएगी और खर्च भी कम करना पड़ेगा।
छोटे-छोटे पार्सलों को विभिन्न साइजों के कागज में सील पैक करना
पार्सल पैकिंग पालिसी के अनुसार, पार्सल को सुरक्षित गंतव्य तक पहुंचाना विभाग का लक्ष्य है। पार्सल की पैकिंग में इस्तेमाल किए जाने वाले कपड़े पर रोक लगा दी गई है। छोटे-छोटे पार्सलों को विभिन्न साइजों के कागज में सील पैक करने के साथ ही, बीओपीपी टेप को लगाया जाएगा। जिससे की पार्सल के भीतर की वस्तुएं डिस्पेच एवं वितरण के समय क्षतिग्रस्त नहीं हों। पार्सल को अतिरिक्त पैकिंग के लिए बबल व्रैप, एयर बैग या गत्ता का उपयोग किया जाएगा जो गंतव्य तक पहुंचाने तक सुरक्षित रखेगा। नई पॉलिसी के अनुसार, विभाग द्वारा पार्सल की पैकिंग को इस तरह से सुरक्षित किया जाएगा कि किसी दशा में पार्सल को किसी भी तरह का नुकसान नहीं हो।