- पुलिस ने एक ट्रैफिक कांस्टेबल को गिरफ्तार किया
- 7000 रुपये में सेटलमेंट करने को तैयार था कांस्टेबल
- कांस्टेबल और उसके सहयोगी को पकड़ने के लिए जाल बिछाया
Pune Crime News: किसी भी राज्य की पुलिस लोगों की सुरक्षा और देखभाल के लिए हमेशा तैयार रहती है, लेकिन पुलिस के अंदर कुछ ऐसे भी लोग होते हैं जिनकी वजह से अन्य पुलिसकर्मी की छवि को खराब होती है। ऐसा ही एक मामला महाराष्ट्र के पुणे में सामने आया है। जहां पुलिस ने एक ट्रैफिक कांस्टेबल को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपी पर यह कार्रवाई रिश्वत मांगने के आरोप में की है। घटना पिंपरी चिंचवड़ पुलिस थाने की है।
पुलिस ने मामले की जानकारी देते हुए बताया है कि एक ट्रैफिक कांस्टेबल के खिलाफ एक शख्स ने ट्रैफिक विभाग में शिकायत की थी। शख्स का आरोप था कि कांस्टेबल ने कार्रवाई के बाद जब्त किए गए वाहन को छोड़ने के लिए रिश्वत मांगी है। जिसके बाद उसने शिकायत दर्ज करवाई।
कांस्टेबल ने मांगी थी 10 हजार रुपये की रिश्वत
पुलिस से मुताबिक भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के अधिकारियों को एक पीड़ित से आरोपी ट्रैफिक कांस्टेबल की शिकायत मिली थी। डिलेट की पुष्टि के बाद उन्होंने आरोपी कांस्टेबल और उसके सहयोगी को पकड़ने के लिए जाल बिछाया। एसीबी अधिकारियों के अनुसार, आरोपी की पहचान अप्पासाहेब अंबाददास जयभय (32) के रूप में हुई है, जो पिंपरी चिंचवड़ पुलिस के यातायात विभाग से जुड़ा है और वह चाकन डिवीजन में तैनात है। आरोपी ने शिकायतकर्ता से अपने दोपहिया वाहन को छोड़ने के लिए 10,000 रुपये की रिश्वत मांगी थी, लेकिन बाद में वह 7,000 रुपये में सेटलमेंट करने को तैयार हो गया।
कांस्टेबल के साथ वार्डन भी गिरफ्तार
यातायात विभाग ने आरोपी कांस्टेबल से यह राशि जब्त कर ली है। एसीबी टीम ने किशोर भगवान चौगुले नाम के एक और व्यक्ति के खिलाफ भी मामला दर्ज किया है, जो इस मामले में कांस्टेबल के साथ वार्डन के रूप में काम कर रहा है। मामले की शिकायत शहर निवासी 22 वर्षीय एक युवक ने की थी। इस संबंध में पिंपरी चिंचवड़ पुलिस में मामला दर्ज कर लिया गया है और पुलिस मामले में आगे की जांच कर रही है। वहीं भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने नागरिकों से भ्रष्टाचार से संबंधित घटनाओं की शिकायत हेल्पलाइन नंबर के माध्यम से करने की अपील की है।