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Pune Crime News: KYC की फ्रेंचाइजी देने के नाम पर महिला के साथ 79 लाख रुपये की ठगी, शातिरों ने इस तरह दिया झांसा

Updated Aug 14, 2022 | 19:35 IST

Pune Crime News: एक महिला के साथ कुछ ठगों ने केवाइसी की फ्रैंचाइजी दिलाने के नाम पर ठगी की है। महिला से 79 लाख रुपये की धोखाधड़ी की गई है। पीड़ित महिला ने ठगों को सारे पैसे ऑनलाइन ट्रांसफर कर दिए जिसके चलते उसको धोखाधड़ी का शिकार होना पड़ा है।

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तस्वीर साभार:&nbspRepresentative Image
KYC की फ्रेंचाइजी के चक्कर में महिला को लगा लाखों का चूना
मुख्य बातें
  • महिला के साथ केवाइसी की फ्रैंचाइजी दिलाने के नाम पर ठगी
  • महिला से 79 लाख रुपये की धोखाधड़ी की गई है
  • पीड़ित महिला ने ठगों को सारे पैसे ऑनलाइन ट्रांसफर किए

Pune Crime News: पुणे में एक अलग तरह की ठगी का मामला सामने आया है। एक महिला के साथ कुछ ठगों ने केवाइसी (Know your customer) की फ्रेंचाइजी दिलाने के नाम पर ठगी की है। महिला से 79 लाख रुपये की धोखाधड़ी की गई है। पीड़ित महिला ने ठगों को सारे पैसे ऑनलाइन ट्रांसफर कर दिए, जिसके चलते उसको धोखाधड़ी का शिकार होना पड़ा है। यह घटना मार्च और मई 2022 के बीच हुई थी, हालांकि शिकायतकर्ता ने शुक्रवार को साइबर पुलिस में मामला दर्ज कराया, जब उसे पता चला कि उसे ठगा गया है।

साइबर पुलिस ने धारा 419 (प्रतिरूपण द्वारा धोखाधड़ी की सजा), 420 (धोखाधड़ी), 465 (जालसाजी के लिए सजा), 467 (मूल्यवान सुरक्षा की जालसाजी, वसीयत, आदि), 468 (धोखाधड़ी के उद्देश्य से जालसाजी), भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) के 471 (जाली होने के लिए जाने जाने वाले जाली दस्तावेज को वास्तविक के रूप में उपयोग करना) और 34 (सामान्य इरादा) के तहत मामला दर्ज किया गया है।

महिला के चार अलग-अलग खातों से निकाले पैसे

पुलिस के मुताबिक, शिकायतकर्ता रियल एस्टेट के कारोबार में है और पैसा लगाने के लिए वह एक प्लेटफॉर्म की तलाश कर रही था। इंटरनेट पर इन्वेस्टमेंट प्लान ढूंढते समय वह कुछ लोगों के संपर्क में आई जिन्होंने उसे पुणे में केवाइसी की फ्रेंचाइजी दिलाने का ऑफर किया। मामले की जांच कर रहे सहायक पुलिस निरीक्षक (एपीआई) शिरीष भालेराव ने बताया है कि शिकायतकर्ता को फ्रेंचाइजी देने के लिए जरूरी अलग-अलग प्रक्रियाओं के नाम पर जालसाजों ने महिला के चार अलग-अलग खातों में लगभग 79,76,500 रुपये ठगे हैं। यह सभी लेनदेन ऑनलाइन किए गए थे। पुलिस बैंक खातों का पता लगा रही है।

महिला को दिए फर्जी दस्तावेज

पुलिस ने बताया है कि शिकायतकर्ता को ईमेल के जरिए आश्वासन के तौर पर कई फर्जी दस्तावेज मुहैया कराए गए। महिला अपने पैसे को किसी बिजनेस में इनवेस्ट करना चाहती थी। इसलिए उसे इंटरनेट पर खोज करते समय वह एक धोखाधड़ी वेबसाइट के माध्यम से जालसाजों के संपर्क में आई। जालसाज बाद में अलग-अलग ईमेल आईडी और कई मोबाइल नंबरों के जरिए महिला से संपर्क में थे, जो बाद में पहुंच से बाहर हो गए। जालसाजों ने उसके कॉल का जवाब देना बंद कर दिया, जिसके बाद महिला ने पुलिस में मामला दर्ज कराया।