लाइव टीवी

Pune News: पुणे में स्‍वास्‍थ सविधा को लेकर 50 साल का प्‍लान तैयार, शिफ्ट किया जाएगा शवगृह, यह होगा बदलाव

Updated Apr 27, 2022 | 22:52 IST

Pune News: पुणे में स्‍वास्‍थ्‍य सुविधाओं को लेकर अगले 50 साल का प्‍लान बनया जा रहा है। जिसके तहत बी जे मेडिकल कॉलेज से कई विभागों को ससून हॉस्पिटल में शिफ्ट किया जा रहा है। इसमें सबसे पहले शवगृह को शिफ्ट किया गया है। अब यहां पर एक साथ 150 रखे जा सकते हैं।

Loading ...
तस्वीर साभार:&nbspTwitter
बीजे मेडकिल कॉलेज से शिफ्टिंग शुरू
मुख्य बातें
  • पुणे स्‍वास्‍थ्‍य विभाग अगले 50 साल के प्‍लान पर कर रहा कार्य
  • बी जे मेडिकल कॉलेज के विभाग ससून हॉस्पिटल में हो रहे शिफ्ट
  • अब लोगों को नहीं होगी किसी तरह की स्‍वास्‍थ्‍य परेशानी

Pune News:  पुणे में अगले 50 वर्षों का स्‍वास्‍थ्‍य सुविधा को लेकर प्‍लान तैयार हो गया है। अब बीजे मेडिकल कॉलेज का भार कम करने के लिए यहां से कई विभागों को ट्रांसफर ससून हॉस्पिटल में किया जाएगा। इसकी शुरुआत शवगृह से हो रही है। ससून हॉस्पिटल के अंदर अत्याधुनिक शवगृह बनाया गया है। इसे बी जे मेडिकल कॉलेज के मेड‍िकल साइंस विभाग से शिफ्ट किया जाएगा। इसकी प्रक्रिया जल्द पूरी होगी। ससून हॉस्पिटल के परिसर में 11 मंजिला नई इमारत में मेडिकल सेवा शुरू हो गई है। इस इमारत के सामने ही शवगृह है। इसे नई इमारत में शिफ्ट किया जाएगा।

मेडिकल साइंस विभाग की यह इमारत बनकर तैयार हो गई है। इसके अंदरुनी हिस्से का अधिकांश काम पूरा हो चुका है। फिलहाल चल रही कुछ तकनीकी प्रक्रिया के बाद यह विभाग जल्द नई जगह पर शिफ्ट हो जाएगा। यह जानकारी विभाग के प्रमुख डॉ. नरेंद्र झंझाड ने दी है।

राज्य के सर्वाधिक पोस्टमार्टम केंद्र

बता दें कि, पूरे राज्य में सबसे अधिक पोस्टमार्टम ससून हॉस्पिटल के शवगृह में होता है। यहां हर वर्ष होने वाले पोस्टमार्टम की संख्या करीब 7 हजार है। राज्‍य के साथ देश के सबसे अधिक पोस्टमार्टम होने वाले केंद्रों में भी यह शामिल है। ऐसे में इस नए शवगृह केंद्र का निर्माण 50 वर्षों का विचार करके कराया गया है।

बढ़ेगी पोस्टमार्टम टेबल की संख्या

ससून हॉस्पिटल में अभी तक पोस्टमार्टम के लिए फिलहाल तीन टेबल थी, जिसे तीन गुना बढ़ाकर 9 किया गया है। ऐसे में पोस्टमार्टम में लगने वाले टाइमिंग में कमी आएगी। फिलहाल अभी शवगृह में 32 शव रखने की क्षमता है। नई इमारत पूरी तरह बन जाने के बाद यह क्षमता 150 तक बढ़ा जाएगी। ऐसे में एक ही वक्त में हुई अलग-अलग दुर्घटनाओं में मरने वालों के शवों को व्यवस्थित तरीके से रखा जा सकता है। इसके अलावा पुलिस शवों का पंचनामा कर पाए इसके लिए इमारत में अलग से सेल बनाया गया है। फिलहाल शवगृह परिसर में ही पंचनामा किया जाता है। शवों को इमारत की निचली मंजिल पर ले जाने के लिए लिफ्ट की व्यवस्था की गई है।