- तापमान बढ़ोतरी होने से शरीर में वॉटर लॉस की समस्या पैदा हो रही
- गर्मी बढ़ने से बढ़ती है डिहाईड्रेशन और लू के शिकार होने वालों की संख्या
- बढ़ता है किडनी खराब होने का खतरा
Ranchi Kidney Disease: इस साल कई राज्यों के साथ रांची में भी भीषण गर्मी पड़ रही है। मार्च से ही लोग गर्मी से बेहाल है। अभी तीन महीने और गर्मी पड़ेगी। तापमान में लगातार वृद्धि होने के चलते लोगों के शरीर में पानी की कमी बढ़ रही है। इस बारे में रिम्स के मेडिसिन विभाग के प्राध्यापक डॉ. संजय सिंह ने बताया कि, गर्मी बढ़ने पर डिहाईड्रेशन और लू की चपेट में आने वाले लोग बढ़ जाते हैं। इस मौसम में लोगों को बुखार भी होता है, जिससे किडनी खराब होने का खतरा काफी बढ़ जाता है।
डॉ. संजय सिंह का कहना है कि, पारा चढ़ने के साथ स्कीन से इंसेंसिबल लॉस होने लगता है। वैसे इसका पता नहीं चलता। पानी की कमी अचानक होती है। ऐसे में लोग डिहाईड्रेशन के हल्के लक्षण के बजाए गंभीर डिहाईड्रेशन के शिकार हो जाते हैं।
पारा बढ़ने पर हल्का बुखार भी हो जाता है सिवियर
डॉ. संजय के मुताबिक, तापमान बढ़ने के साथ हल्का बुखार भी सिवियर हो जाता है। इस कारण बैक्टीरियल इंफेक्शन का खतरा काफी बढ़ जाता है। इन्होंने बताया कि, बीते एक महीने में रिम्स के मेडिसिन विभाग में भर्ती हुए मरीजों में हीट वेब के 50 प्रतिशत केस थे। इतना ही नहीं ओपीडी में लू और डिहाईड्रेशन के मरजों की संख्या अब भी कम नहीं हो रही है।
रोज आ रहे 300 मरीज
डॉ. संजय के अनुसार, मेडिसिन ओपीडी में हर दिन 300 मरीज आ रहे हैं। इनमें से 130 लोग लू से पीड़ित निकल रहे हैं। एक सप्ताह से बैक्टीरियल इंफेक्शन के भी मरीज बढ़े हुए हैं। डॉ. संजय ने कहा कि, इस मौसम में लोगों को भूखे बिल्कुल नहीं रहना चाहिए। हर निश्चित अंतराल पर पानी पीते रहें। धूप में जाने से बचना चाहिए। बेहद जरूरी काम होने पर घर से बाहर निकलते समय पूरे शरीर को सुती कपड़े से ढककर जाना चाहिए। ताकि लू की चपेट में नहीं आए।