- रांची रेल मंडल की ट्रेनों को एलएचबी कोच में बदला जा रहा है
- 23 जोड़ी ट्रेनों को एलएचबी कोच में बदला जा चुका है
- एलएचबी कोच सुरक्षित, गतिमान के साथ-साथ आरामदेह होते हैं
Ranchi Railway Division: भारतीय रेलवे, इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट हो या फिर रेल पटरियों का विस्तारीकरण, इस दिशा में काफी तेजी से काम कर रहा है। देश में ट्रेन की बोगियों और कोच में भी कई परिवर्तन किए जा रहे हैं। रांची रेल मंडल की ट्रेनों को भी एलएचबी कोच में परिवर्तित किया जा रहा है।रेलवे की ओर से लगातार रेल यात्रा को सुगम बनाने के लिए कवायद की जा रही है। इसी के तहत रांची रेल मंडल ने भी इस दिशा में कदम उठाया है। बता दें कि, कोविड संक्रमण के पहले दक्षिण पूर्वी रेलवे के रांची रेल मंडल से कुल 66 जोड़ी ट्रेनें संचालित होती थी।
वर्तमान में मंडल की ओर से 43 जोड़ी मेल एक्सप्रेस और 12 जोड़ी पैसेंजर ट्रेन चलाई जा रही है और 4 जोड़ी नई ट्रेनें भी शुरू हुई है। वर्तमान में कुल 59 जोड़ी ट्रेनों का परिचालन हो रहा है। अब तक मंडल की ओर से 23 जोड़ी ट्रेनों को एलएचबी कोच में परिवर्तित कर दिया गया है। जिससे यात्रियों को पहले की तुलना में ज्यादा आरामदेह और सुरक्षित यात्रा का अनुभव हो रहा है।
एलएचबी कोच की खासियत
इंजन के साथ लगने वाली लाल रंग के कोच को लिंक हॉफमेन बुश (Linke Hofmann Busch) LHB कोच कहा जाता है। यह कोच साल 2000 में जर्मनी से भारत लाया गया था। फिलहाल इसकी फैक्ट्री कपूरथला पंजाब में स्थित है। यह कोच एल्यूमिनियम से बनाए जाते हैं। इस वजह से यह हल्का होता है। इन कोचों में डिस्क ब्रेक का प्रयोग होता है। इनकी अधिकतम रफ्तार की सीमा 200 किलोमीटर प्रति घंटे होती है। इसमें बैठने की क्षमता भी ज्यादा होती है।
रेलवे ने कोच को अपग्रेड करने का लिया फैसला
भारतीय रेलवे ने सभी आईसीएफ Integral Coach Factory कोच को जल्द से जल्द अपग्रेड करने का फैसला किया है। एलएचबी कोच सुरक्षा, गति क्षमता, आराम के मामलों में नीले रंग के आईसीएफ कोच से बेहतर है। दुर्घटना के दौरान भी आईसीएफ कोच के डिब्बे एक दूसरे के ऊपर चढ़ जाता है। लेकिन एलएचबी कोच एक के ऊपर एक नहीं चढ़ते हैं। रांची रेल मंडल अपने सभी ट्रेनों को एलएचबी कोच में तब्दील करने की दिशा आगे बढ़ रहा है। यात्री सुविधा के मद्देनजर मंडल की ओर से रेलवे के निर्देश पर यह कदम उठाया जा रहा है। इससे हर दिन लाखों यात्री इस सुगम यातायात माध्यम से सफर करते हैं। इसीलिए भारतीय रेलवे यात्रियों की सुविधा के लिए समय-समय परिवर्तन करता है।