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Ranchi Creation: रांची का होनहार हमजा, बनाया ऐसा रोबोट जो करेगा लोगों से सीधी बात, और भी हैं कई खासियतें

Updated Jul 25, 2022 | 22:41 IST

Robot made in Ranchi: राजधानी का छात्र इन दिनों चर्चा का विषय बना है। 11वीं के छात्र की प्रतिभा ने बड़े-बड़े वैज्ञानिकों को चौंकाया है। शहर का मो. हमजा रहमान ने एक रोबोट बनाया है, जो इंसानों से बात करेगा। देश की सुरक्षा में इस्तेमाल किए जाने के उद्देश्य से हमजा ने यह रोबोट बनाया है।

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तस्वीर साभार:&nbspRepresentative Image
11वीं के छात्र ने बनाया इंसानों से बात करने वाला रोबोट
मुख्य बातें
  • छह महीने की मेहनत और एक लाख से अधिक रुपए खर्च करके बनाया रोबोट
  • रोबोट का नाम वल्ग्राइम रखा है, इसमें हैं कई खासियतें
  • बड़ी बहन फरहीन रहमान से प्रेरित होकर बनाया रोबोट

Ranchi Creation: अपनी बड़ी बहन से प्रेरित होकर रांची के एक युवक ने अनोखा रोबोट बनाया है। इस रोबोट की खासियत ये है कि यह लोगों से बातचीत कर सकता है। रोबोट खुद के सामने की हरकत और इंसान के बीच की दूरी, तापमान, रंग, पानी का स्तर, दिशा, चलना, हाथ मिलाना समेत कई गतिविधि कर सकता है। 11वीं क्लास के छात्र 17 वर्षीय मो. हमजा रहमान ने यह रोबोट देश की सीमा की सुरक्षा के लिए बनाया है।

इसे बनाने में उन्हें छह महीने का समय लगा। इसके निर्माण में करीब एक लाख रुपए से अधिक खर्च आया है। उन्होंने अपने रोबोट का नाम वल्ग्राइम रखा है। हमजा के मुताबिक उन्होंने अपने रोबोट को गुरुग्राम की एक कंपनी को भेजा था, जिसके बाद कंपनी ने उन्हें आर्थिक रूप से मदद की। छात्र ने बताया कि उसने बड़ी बहन फरहीन रहमान से प्रेरित होकर रोबोट बनाया है।

बच्चों को सिखाएंगे रोबोटिक्स

हमजा के अनुसार अब वह क्लास एक से आठ तक के बच्चों को बेसिक रोबोटिक्स मास्टर क्लास सिखाना शुरू करेंगे। वे आगे रोबोटिक्स क्षेत्र में ही अपना कॅरियर बनाना चाहते हैं। हमजा के पिता खलीलुर रहमान व्यवसायी हैं। खलीलुर ने बताया कि बचपन से ही हमजा को इलेक्ट्रॉनिक चीजों में जबरदस्त रुचि थी। वह कुछ-न-कुछ इलेक्ट्रॉनिक सामान तोड़ते रहते थे, ताकि उसे नया बनाया सके। 

परिजनों ने ही रोबोटिक्स क्लास में भेजा था

बचपन में खिलौनों को तोड़कर इलेक्ट्रॉनिक्स डिवाइस बनाने के प्रयास को देखते हुए परिजनों ने हमजा को रोबोटिक्स क्लास में पढ़ने के लिए भेजा था। तब वह सातवीं क्लास में थे। हमजा हरमू में रोबोटिक्स की ट्रेनिंग ले रहे थे, उसी दौरान कोरोना संक्रमण फैला था। इस वजह से वह ट्रेनिंग सेंटर बंद हो गया। हमजा ने डीपीएस से 10वीं तक की पढ़ाई की है। अभी गुरुनानक स्कूल से 11वीं की पढ़ाई कर रहे हैं। उनके परिवार वाले अब बेहद खुश हैं। पिता का कहना है कि बहुत जल्द उनका बेटा रोबोट बनाने के क्षेत्र में बड़ा काम करेगा। रोबोट में उसकी दिलचस्पी उसे और आगे ले जाएगी। उन्होंने अभिभावकों से अपील की कि अपने बच्चों की रुचि को दबाए नहीं, बल्कि उन्हें और प्रोत्साहित करें। उन्हें सही प्रशिक्षण दिलाएं।