- बाजरे की रोटी खाने से कोलेस्ट्रॉल लेवल कंट्रोल में रहता है
- डायबिटीज रोगियों को नियमित रूप से बाजरे की रोटी खाने की सलाह दी जाती है
- बाजरे के आटे को आप गेहूं के आटे के साथ मिलाकर भी रोटी बना सकते हैं
Bajre ki roti kaise banaye: भारत के अधिकांश घरों में गेहूं के आटा से रोटियां बनाई जाती है। लेकिन पंजाब और राजस्थान में लोग गेहूं की जगह बाजरे की रोटी खाना पसंद करते हैं। बाजरा न केवल शरीर को गर्म रखता है, बल्कि स्वास्थ्य के लिए भी बेहद लाभकारी होता हैं। ठंड के दिनों में तो लोग बाजरे की रोटी खूब खाते हैं। ऐसा कहा ऐसा कहा जाता है कि बाजरा शरीर को गर्म रखने में मदद करता है। ठंड का मौसम आ चुका है। ऐसे मौसम में शरीर को गर्म रखना बेहद जरूरी होता है। ऐसे में बाजरे की रोटी आपको फायदा देगी। जानें बाजरे की रोटी बनाने की विधि।
बाजरे की रोटी बनाने की आवश्यक सामग्री
- बाजरे का आटा
- घी
- गर्म पानी (आटा गूंथने के लिए)
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बाजरे की रोटी बनाने की विधि
- बाजरे की रोटी बनाने के लिए सबसे पहले आप एक बर्तन में बाजरे के आटे को रख लें। अब एक तरफ एक पैन में पानी डालकर उसे गैस पर हल्का गुनगुना कर लें।
- जब पानी गुनगुना हो जाए, तो उसे गैस से उतार लें। अब उस गुनगुने पानी से आटा गूंथना शुरू करें।
- जब आटा अच्छी तरह से गुंथ जाए, तो उसे ढक कर थोड़ी देर छोड़ दे। ध्यान रखें कि आटा हल्का नरम होना चाहिए। नरम आटे की रोटियां काफी खिली-खिली बनती हैं।
- थोड़ी देर बाद गूंथे गए आटे की छोटी-छोटी लोई बना लें। अब उस लोई को हथेली पर रखकर हल्के हाथों से दबाएं। ठीक उसी प्रकार जैसे मक्के की रोटी बनाई जाती है।
- बेलन का इस्तेमाल ना करें वरना रोटी टूट सकती है। जब लोई रोटी के आकार की बन जाए, तो उसे एक तरफ रखते जाएं।
- अब गैस पर तवा रखकर गर्म करें। जब तवा गर्म हो जाए, तो उस पर बनाई गई रोटी को डालकर सेकें।
- जब एक तरफ रोटी पक जाए, तो दूसरी तरफ भी उसे पकाएं। उतारने से पहले उस पर हल्का घी लगा दें। आप चाहे तो रोटी बनाने के बाद घी लगा सकते हैं।
जब सारी रोटियां बनकर तैयार हो जाए, तो एक प्लेट में उड़द की दाल या सफेद मक्खन और गुड़ के साथ बाजरे की रोटी को सर्व करें।