- हॉर्टिकल्चर नेचर के करीब रहकर करियर बनाने का अच्छा ऑप्शन
- साइंस, मैथ व एग्रीकल्चर से 12वीं करने वाले छात्रों के लिए मौका
- कोर्स पूरा कर सरकारी व प्राइवेट क्षेत्र में करियर का अवसर
Career In Horticulture: अब वो समय चला गया जब लोग शौक के लिए अपने घर के अंदर या फिर आसपास बागवानी करते थे। अब यहां पर युवा अपने शौक को पूरा करने के साथ शानदार करियर भी बना सकते हैं। अगर आप भाग दौड़ और डेस्क पर बैठकर कंप्यूटर की किट−किट नहीं करना चाहते तो नेचर के करीब रहकर हॉर्टिकल्चर अर्थात बागवानी में करियर बनाना बेस्ट ऑप्शन बन सकता है। हॉर्टिकल्चर के तहत अच्छी गुणवत्ता के बीज, फल एवं फूल का उत्पादन करने के साथ कई अन्य कार्य भी किए जाते हैं। उच्च तकनीक वाले ग्रीन हाउस, इन-हाउस रिसर्च और ऑफ-सीजन की खेती ने इस फील्ड में करियर की नयी संभावनाएं विकसित की हैं। यही वजह है कि आज युवा इस फील्ड की तरफ अट्रैक्ट हो रहे हैं।
जानें, हॉर्टिकल्चर को
यह एग्रीकल्चर की एक विशेष शाखा है। इसमें अनाज, सब्जियां, फूल, फल, मसाला, सजावटी पेड़ और औषधीय आदि की खेती होती है। हॉर्टिकल्चर एक तरह से कला, विज्ञान एवं तकनीक का सम्मिश्रण है। इस फील्ड में खाद्य के साथ अखाद्य दोनों तरह की फसलों का अध्ययन किया जाता है। इसमें पौधों के उत्पादन से लेकर मिट्टी की तैयारी, प्रजनन और आनुवंशिक इंजीनियरिंग, पादप शरीर क्रिया और पौधे की जैव रसायन के बारे में जानकारी दी जाती है।
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जरूरी एजुकेशन
हॉर्टिकल्चर में कोर्स करना इस बात पर निर्भर करती है कि आप किस प्रकार के हॉर्टिकल्चर में रूचि रखते हैं। इससे संबंधित कोर्स साइंस, मैथ व एग्रीकल्चर साइंस से 12वीं करने वाले छात्र कर सकते हैं। छात्र हॉर्टिकल्चर में ग्रेजुएशन व डिप्लोमा कोर्स के लिए एक अलग विषय के रूप में या बीएससी कृषि विज्ञान विषय के रूप में चयन कर सकते हैं। हॉर्टिकल्चर में बीएससी करने के बाद एमएससी भी कर सकता है। कई संस्थान भी हैं जो हॉर्टिकल्चर में चार वर्षीय बीटेक प्रोग्राम भी संचालित करते हैं। हॉर्टिकल्चर में छात्रों को प्लांट प्रोपगेशन, प्लांट ब्रीडिंग, क्रॉप प्रोडक्शन, क्रॉप न्यूट्रिशन, प्लांट पैथोलॉजी, प्लांट मटेरियल, टिशू कल्चर, पोस्ट-हार्वेस्ट हैंडलिंग, इकोनॉमिक्स, एग्री-बिजनेस जैसे सब्जेक्ट की जानकारी दी जाती है।
जरूरी स्किल्स
इस फील्ड में करियर बनाने के लिए सबसे जरूरी स्किल नेचर से प्रेम की भावना होना है। इसके अलावा छात्रों में धैर्य, एकाग्रता के साथ लंबे समय तक काम करना और एक उत्सुक विश्लेषणात्मक मन होना चाहिए। साथ ही छात्रों के भीतर पौधों में रोग के शुरुआती लक्षणों की पहचान की क्षमता, रिसर्च की तकनीक व समस्या हल करने में रचनात्मक होने की आवश्यकता होती है।
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करियर बनाने की संभावना
हॉर्टिकल्चर कोर्स पूरा कर छात्र आईएआरआई, सीएसआईआर, एनबीआरआई, एपीईडी और भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद जैसे विभिन्न सरकारी निकायों में कार्य कर सकते हैं। वहीं अगर आपने हॉर्टिकल्चर में नेट क्लीयर करने या पीएचडी कर एग्रीकल्चर कॉलेज में लेक्चरर या असिस्टेंट प्रोफेसर के तौर पर नौकरी शुरू कर सकते हैं या फिर रिसर्च के क्षेत्र में आगे बढ़ सकते हैं। हॉर्टिकल्चर की पढ़ाई के बाद तकनीकी अधिकारी, उद्यान अधिकारी, कृषि अधिकारी, फल व सब्जी निरीक्षक, उद्यान पर्यवेक्षक, कृषि विकास अधिकारी, हॉर्टिकल्चर स्पेशलिस्ट, फ्रूट-वेजिटेबल इंस्पेक्टर के तौर पर आगे बढ़ने के मौके मौजूद हैं।