वॉशिंगटन: भारतीय मूल के अमेरिकी आविष्कारक राजीव जोशी को इलेक्ट्रॉनिक उद्योग को बढ़ावा देने और कृत्रिम बुद्धिमत्ता क्षमताओं को बेहतर बनाने में योगदान के लिए प्रतिष्ठित 'इन्वेंटर ऑफ इयर' पुरस्कार दिया गया है। जोशी ने कई आविष्कार किए हैं और अमेरिका में उनके नाम 250 से अधिक पेटेंट दर्ज हैं। वह न्यूयॉर्क में आईबीएम थॉमसन वॉटसन शोध केंद्र में काम करते हैं। उन्हें इस महीने की शुरुआत में न्यूयार्क बौद्धिक संपदा कानून संघ ने एक आभासी पुरस्कार समारोह के दौरान प्रतिष्ठित वार्षिक पुरस्कार दिया।
जोशी आईआईटी मुंबई के पूर्व छात्र हैं और उन्होंने मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (एमआईटी) से एमएस की डिग्री और कोलंबिया यूनिवर्सिटी, न्यूयॉर्क से मैकेनिकल/ इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में पीएचडी की डिग्री हासिल की है। उन्होंने वैश्विक संचार और स्वास्थ्य विज्ञान से संबंधित कई आविष्कार किए हैं।
जोशी ने हाल में एक साक्षात्कार के दौरान पीटीआई-भाषा को बताया, 'जोश और जिज्ञासा मुझे प्रेरित करते हैं।' साथ ही उन्होंने कहा कि किसी समस्या की पहचान करने और कुछ अलग हटकर समाधान सोचने से उन्हें नए विचारों तक पहुंचने में मदद मिलती है।
जोशी ने कहा कि उनके माता-पिता ने उन्हें हमेशा मारकोनी, मैडम क्यूरी, राइट ब्रदर्स, जेम्स वाट, अलेक्जेंडर बेल, थॉमस एडिसन और अन्य महान हस्तियों और उनके आविष्कारों की कहानियां सुनाईं। उनकी सफलता की कहानियों और आविष्कारों ने वास्तव में जोशी की विचार प्रक्रिया को आकार दिया और विज्ञान तथा प्रौद्योगिकी में दिलचस्पी पैदा करने में मदद की।
पुरस्कार समारोह में जोशी ने कहा कि थार क्लाउड, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और क्वांटम कंप्यूटिंग अब केवल चर्चा के शब्द नहीं रह गए हैं, बल्कि उनका बहुत अधिक इस्तेमाल हो रहा है। उन्होंने कहा, 'ये सभी क्षेत्र बहुत ही रोमांचक हैं और मैं आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) और क्वांटम कंप्यूटिंग में आगे बढ़ रहा हूं।'