- अंतिम पंघाल ने अंडर-20 वर्ल्ड चैंपियनशिप्स में जीता गोल्ड मेडल
- अंतिम पंघाल अंडर-20 वर्ल्ड चैंपियन बनने वाली पहली भारतीय महिला बनीं
- अंतिम पंघाल ने फाइनल में कजाख्स्तान की एटलिन शागायेवा को हराया
नई दिल्ली: अंतिम पंघाल अंडर-20 वर्ल्ड चैंपियनशिप्स में गोल्ड जीतने वाली पहली भारतीय महिला पहलवान बन गई हैं। अंतिम ने शुक्रवार को बुल्गारिया के सोफिया में 53 किग्रा वर्ग फाइनल में कजाख्स्तान की एटलिन शागयेवा को 8-0 के विशाल अंतर से मात दी। प्रतियोगिता के 34 साल लंबे इतिहास में यह पहला मौका है जब एक भारतीय लड़की ने टॉप किया। अंतिम फाइनल में शागायेवा पर पूरी तरह हावी रहीं। उन्होंने लेग अटैक व टेकडाउन से शागायेवा को पस्त कर दिया।
हरियाणा के हिसार जिला में भागना गांव की रहले वाली 17 साल की अंतिम ने अपने पिछले सभी मुकाबले बड़े अंतर से जीते, जिसमें यूरोपीय चैंपियन ओलीविया एंडरिच का नाम शामिल है। अंतिम ने तकनीकी बढ़त के आधार पर यूरोपीय चैंपियन को 11-0 के विशाल अंतर से मात दी थी। क्वार्टर फाइनल मुकाबले में अंतिम ने जापान की अयाका किमुरा को मात दी थी। वहीं सेमीफाइनल में भारतीय पहलवान ने यूक्रेन की नटालिया क्लिवचुत्सका को 11-2 के अंतर से हराया।
अंतिम ने अपनी सबसे बड़ी बहन सरिता को देखने के बाद खेल में करियर बनाने की ठानी। सरिता ने राष्ट्रीय स्तर की कबड्डी खिलाड़ी हैं, जो भारतीय टीम के साथ हैं। जीत के बाद उत्साहित अंतिम ने कहा, 'मुझे रिकॉर्ड के बारे में कुछ भी नहीं पता। फाइनल जीतने के बाद मुझे मेरे कोच ने बताया कि मैं चैंपियनशिप्स जीतने वाली पहली भारतीय हूं। यह सभी के लिए गर्व करने वाला क्षण है। मैं अपने माता-पिता को धन्यवाद देना चाहती हूं, जिन्होंने मुझे रेसलिंग अपनाने की अनुमति दी। विशेषकर मेरी दीदी ने हमेशा साथ दिया और मुझे प्रोत्साहित किया।'
अंतिम पंघाल ने आगे कहा, 'मेरा लक्ष्य देश के लिए ओलंपिक मेडल जीतना है और यह मेरे लिए बस शुरूआत है।' अन्य बाउट में सोनम मलिक और प्रियंका ने क्रमश: 62 किग्रा और 65 किग्रा वर्ग में सिल्वर मेडल जीता। वहीं रितिका (72 किग्रा) और सितो (57 किग्रा) ने अपने रेपचेज राउंड में ब्रॉन्ज मेडल जीता। भारत ने अब तक अंडर-20 वर्ल्ड चैंपियनशिप में 12 मेडल जीते हैं। पुरुषों के फ्रीस्टाइल पहलवानों ने एक सिल्वर और छह ब्रॉन्ज मेडल जीते। वहीं महिला पहलवानों ने एक गोल्ड, दो सिल्वर और इतने ही ब्रॉन्ज मेडल जीते।