- दीपिका कुमारी ने तीरंदाजी विश्व कप में तीन गोल्ड मेडल जीते
- भारत के नाम इस प्रतियोगिता में कुल चार गोल्ड मेडल हुए
- टोक्यो गेम्स से पहले भारत का वैश्विक प्रतियोगिता में बेहतरीन प्रर्दशन रहा
पेरिस: फॉर्म में चल रही अनुभवी रिकर्व तीरंदाज दीपिका कुमारी के शानदार प्रदर्शन से भारत ने रविवार को यहां विश्व कप के तीसरे चरण में तीन गोल्ड मेडल अपनी झोली में डाले। इससे इस प्रतियोगिता में भारत के नाम चार गोल्ड मेडल रहे। शनिवार को अभिषेक वर्मा ने कम्पाउंड व्यक्तिगत स्पर्धा में गोल्ड मेडल जीता था।
अगले महीने होने वाले टोक्यो ओलंपिक से पहले भारत का यह इस वैश्विक प्रतियोगिता में बेहतरीन प्रदर्शन रहा। दीपिका की तीन गोल्ड मेडल दिलाने में अहम भूमिका रही। उन्होंने महिला व्यक्तिगत रिकर्व स्पर्धा के फाइनल में रूस की एलिना ओसिपोवा को 6-0 से हराकर एक दिन में गोल्ड मेडल की हैट्रिक पूरी की। इससे पहले वह मिश्रित और महिला रिकर्व टीम के गोल्ड मेडल जीतने वाली टीम का हिस्सा थीं।
मिश्रित टीम स्पर्धा के फाइनल में दीपिका और उनके पति अतनु दास की पांचवीं वरीय जोड़ी ने नीदरलैंड के जेफ वान डेन बर्ग और गैब्रिएला शोलेसर से 0-2 से पिछड़ने के बाद वापसी करते हुए 5-3 से जीत हासिल की। इससे पहले स्टार तीरंदाज दीपिका, अंकिता भगत और कोमोलिका बारी की भारतीय महिला रिकर्व टीम ने मेक्सिको पर 5-1 की आसान जीत से स्वर्ण पदक जीता।
जीत का अहसास शानदार:दास
महिला रिकर्व टीम पिछले हफ्ते टोक्यो ओलंपिक के लिये क्वालीफाई करने से चूक गयी थी और इस गोल्ड से उसने इस निराशा को कम करने की कोशिश की। अतनु ने जीत के बाद कहा, 'यह शानदार अहसास है। पहली बार हम एक साथ फाइनल में खेल रहे थे और हमने एक साथ जीत हासिल की, बहुत खुशी महसूस हो रही है।' अतनु और दीपिका ने पिछले साल शादी की थी और 30 जून को उनकी पहली वर्षगांठ होगी।
उन्होंने कहा, 'ऐसा लगता है कि हम एक दूसरे के लिये बने हैं। लेकिन मैदान में हम युगल नहीं हैं बल्कि अन्य प्रतिस्पर्धियों की तरह हम एक दूसरे को प्रेरित करते हैं, सहयोग करते हैं और एक दूसरे का समर्थन करते हैं।' दिलचस्प बात है कि दुनिया की पूर्व नंबर एक तीरंदाज दीपिका के लिये यह पहला मिश्रित युगल गोल्ड मेडल है जो इस स्पर्धा में पहले पांच सिल्वर और तीन ब्रॉन्ज मेडल जीत चुकी हैं।
उनका अंतिम मिश्रित युगल फाइनल भी अतनु के साथ था, जब उन्हें अंताल्या विश्व कप 2016 में कोरिया से हार का सामना करना पड़ा था। दीपिका ने महिला टीम को इस साल विश्व कप में लगातार दूसरा स्वर्ण पदक दिलाने की अगुआई की। उन्होंने कहा, 'बहुत खुशी हो रही है।'
भारतीय टीम का प्रदर्शन शानदार रहा
दुनिया की तीसरे नंबर की तीरंदाज दीपिका, अंकिता और कोमोलिका की तिकड़ी ने विश्व कप के पहले चरण के फाइनल में भी मेक्सिको को हराकर पहला स्थान हासिल किया था। टीम ने इस तीसरे चरण में भी मेक्सिको को हराकर गोल्ड मेडल जीता और इस दौरान एक भी सेट नहीं गंवाया। इस साल यह विश्व कप में उनका लगातार दूसरा और कुल मिलाकर छठा (शंघाई 2011, मेडेलिन 2013, रोक्लॉ 2013, रोक्लॉ 2014, ग्वाटेमाला सिटी 2021) गोल्ड मेडल है। हर बार टीम में दीपिका शामिल थी।
भारतीय टीम का प्रदर्शन शानदार रहा जिसमें पहले सेट में स्कोर 57-57 था। लेकिन दूसरे सेट में भारतीय टीम ने मेक्सिको की टीम पर दबाव बनाया जिसमें लंदन 2012 की सिल्वर मेडलिस्ट ऐडा रोमन, एलेजांद्रा वालेंसिया और अन्ना वाज्क्वेज शामिल थीं। दूसरे सेट में मेक्सिको की टीम 52 अंक जुटाकर तीन अंक से पिछड़ गयी।
भारतीय टीम 3-1 से आगे थी और उसने तीसरे सेट में भी अच्छे निशाने लगाते हुए 55 अंक जुटाये लेकिन मेक्सिको की टीम बराबरी नहीं कर सकी और एक अंक से तीसरा सेट गंवा बैठी। इस तरह उसे इस साल लगातार दूसरी हार झेलनी पड़ी।