- एशियाई चैंपियन्स ट्रॉफी हॉकी के मुकाबले में भारत ने पाकिस्तान को दी 3-1 से मात
- उपकप्तान हरमनप्रीत सिंह रहे टीम इंडिया की जीत के हीरो
- टीम इंडिया ने पाकिस्तान को मुकाबले में नहीं दिया कोई मौका
ढाका: उप कप्तान हरमनप्रीत सिंह के दो गोल की मदद से ओलंपिक कांस्य पदक विजेता भारत ने शुक्रवार को यहां अपने चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान को 3-1 से हराकर एशियाई चैंपियन्स ट्रॉफी (एसीटी) पुरुष हॉकी टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में अपनी जगह लगभग सुनिश्चित की।
हरमनप्रीत ने आठवें और 53वें मिनट में दो पेनल्टी कॉर्नर को गोल में बदला जबकि टोक्यो ओलंपिक की टीम में जगह नहीं बना पाने वाले आकाशदीप ने 42वें मिनट में मैदानी गोल किया जो उनका टूर्नामेंट में दूसरा गोल है। पाकिस्तान की तरफ से एकमात्र गोल जुनैद मंजूर ने 45वें मिनट में किया।
भारत की यह टूर्नामेंट में दूसरी जीत है। उससे इससे पहले बांग्लादेश को 9-0 से करारी शिकस्त दी थी। पाकिस्तान को अब भी अपनी पहली जीत का इंतजार है। उसने जापान के खिलाफ अपना पहला मैच गोलरहित ड्रॉ खेला था। भारत ने अपना पहला मैच कोरिया के खिलाफ 2-2 से ड्रा खेलकर अंक बांटे थे।
भारत अभी तीन मैचों में सात अंक लेकर अंकतालिका में शीर्ष पर है तथा वह पांच देशों के बीच राउंड रोबिन आधार पर खेले जा रहे टूर्नामेंट में रविवार को जापान से भिड़ेगा। पाकिस्तान का अभी दो मैचों में केवल एक अंक है। भारत और पाकिस्तान पिछली बार मस्कट में खेले गये टूर्नामेंट में संयुक्त विजेता बने थे। तब बारिश के कारण फाइनल मैच नहीं हो पाया था।
भारतीय टीम ने पहले दो क्वार्टर में पूरी तरह से दबदबा बनाये रखा। पाकिस्तान ने रक्षात्मक रवैया अपनाया और इस बीच हरमनप्रीत के एक शॉट का अच्छा बचाव भी किया। पहले दो क्वार्टर में खेल पाकिस्तान के गोल पोस्ट के इर्द-गिर्द ही खेला गया। भारतीयों ने शुरू से आक्रामक रवैया अपनाकर दबाव बनाया और कुछ मौके बनाये लेकिन पाकिस्तानी गोलकीपर मजार अब्बास की प्रशंसा करनी होगी जिन्होंने बेहतरीन बचाव किये।
लेकिन भारत ने उम्मीद के अनुरूप आठवें मिनट में बढ़त बना दी जब हरमनप्रीत ने टीम को मिले पहले पेनल्टी कार्नर को करारे फ्लिक से गोल में बदला। इसके चार मिनट बाद कप्तान मनप्रीत सिंह का सर्कल के बाहर से लगाया गया शॉट अब्बास ने बचा दिया।
दूसरे क्वार्टर में भी यही स्थिति बनी रही और भारतीयों ने पाकिस्तानी रक्षापंक्ति में लगातार सेंध लगायी। पाकिस्तानी रक्षापंक्ति ने अच्छी भूमिका निभायी लेकिन उसकी अग्रिम पंक्ति एक भी शॉट गोल पर लगाने या पेनल्टी कॉर्नर हासिल करने में नाकाम रही।
भारत मध्यांतर तक 1-0 से आगे था और उसने पाकिस्तान पर दबाव बनाये रखा तथा 42वें मिनट में अपनी बढ़त दोगुनी कर दी। आकाशदीप ने तब सुमित के ड्राइव को रिवर्स हिट से गोल के हवाले किया था। लेकिन पाकिस्तान ने उम्मीद नहीं छोड़ी और यहां से बेहतर खेल दिखाया तथा तीसरा क्वार्टर समाप्त होने से 27 सेकेंड पहले गोल अंतर कम कर दिया। तब मंजूर ने अब्दुल राणा के पास को डाइव लगाकर गोल में पहुंचाया था।
पहले तीन क्वार्टर अगर भारत के नाम रहे तो चौथे क्वार्टर में पाकिस्तान ने कड़ी चुनौती पेश की। पहला गोल करने के बाद पाकिस्तान ने आक्रामक रुख अपनाया और 47वें मिनट में पहला पेनल्टी कॉर्नर हासिल किया लेकिन भारत के ‘रेफरल’ लेने के बाद इसे नकार दिया गया।
पाकिस्तान ने इसके बाद फिर से लगातार दो पेनल्टी कॉर्नर हासिल किये लेकिन दोनों अवसरों पर भारतीय गोलकीपर सूरज करकेरा ने शानदार बचाव किये। इस बीच भारत ने अपना दूसरा पेनल्टी कॉर्नर हासिल किया जिसे हरमनप्रीत ने गोल में बदलने में कोई गलती नहीं की। भारत ने अंतिम हूटर बजने से तीन मिनट पहले एक और पेनल्टी कॉर्नर हासिल किया लेकिन उसे पाकिस्तानी गोलकीपर ने बचा दिया।