- चीन के दो बार के ओलंपिक चैंपियन लिन डैन ने किया संन्यास का ऐलान
- 36 साल की उम्र में लिन डैन ने बैडमिंटन से ली विदाई
- लिन डैन ने अपने करियर में पांच विश्व चैंपियनशिप के गोल्ड मेडल भी जीते
बीजिंग: चीन के दो बार के ओलंपिक बैडमिंटन चैंपियन लिन डैन ने शनिवार को संन्यास की घोषणा की। लिन डैन को बैडमिंटन के सर्वकालिक महान सिंगल्स खिलाड़ियों में से एक माना जाता है। 37 साल के 2008 बीजिंग और 2012 लंदन ओलंपिक्स में सिंगल्स के गोल्ड मेडल जीते। उन्होंने बैडमिंटन के 9 प्रमुख खिताब जीते, जिसमें विश्व चैंपियनशिप के पांच गोल्ड मेडल शामिल हैं।
चीनी मीडिया के हवाले से संन्यास की घोषणा करते हुए लिन डैन ने कहा, 'मैंने जिस खेल से प्यार किया, उसके प्रति पूरी प्रतिबद्धता दिखाई। मेरा परिवार, कोच, टीम के साथी और फैंस ने हमेशा चाहे अच्छा समय हो या मुश्किलभरा, मेरा साथ दिया। अब मैं 37 साल का हो चुका हूं और मेरी फिजिकल फिटनेस व दर्द मुझे आगे लड़ने की अनुमति नहीं देता।'
ली चोंग वी का भावुक संदेश
मलेशिया के दिग्गज बैडमिंटन खिलाड़ी ली चोंग वी ने पिछले साल स्वास्थ्य कारणों से संन्यास लिया था। उन्होंने लिन डैन को उनके स्वर्णिम करियर पर शुभकामनाएं देते हुए भावुक संदेश दिया। चोंग वी ने ट्वीट किया, 'हमें पता था कि यह दिन आएगा। हमारी जिंदगी का भारी पल। आपने खेल से बहुत अच्छे ढंग से विदाई ली। आप राजा थे, जहां हमने गर्व से लड़ाई की। आपके आखिर सलाम खामोश आंसू के साथ आ गया।'
बता दें कि लिन डैन और ली चोंग वी के बीच काफी कड़ी प्रतिद्वंद्विता रही। चीनी खिलाड़ी ने मलेशियाई शटलर के खिलाफ 40 में से 28 मैच जीते। ली और डैन ने 22 फाइनल, 15 सेमीफाइनल, जिसमें दो ओलंपिक गेम्स और विश्व चैंपियनशिप के फाइनल शामिल हैं, सभी में लिन डैन ने बाजी मारी। दोनों की आखिरी भिड़ंत 2008 में ऑल इंग्लैंड बैडमिंटन चैंपियनशिप के फाइनल में हुईं जहां लिन डैन की जीत हुई थी।