बर्मिंघम: भारत की महिला जूडो खिलाड़ी तूलिका मान का बुधवार को बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों में महिलाओं के 78 किग्रा से अधिक के भार वर्ग में स्वर्ण पदक जीतने का सपना टूट गया। फाइनल मुकाबले में उन्हें पिछली बार की विजेता स्कॉटलैंड की एडिलिंगटन के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा। फाइनल मुकाबले में तूलिका ने शानदार शुरुआत करते हुए पहला अंक हासिल किया लेकिन उसके बाद स्कॉटलैंड की खिलाड़ी ने उन्हें कोई मौका नहीं दिया। निराशाजनक हार के बाद तुलिका को रजत पदक से संतोष करना पड़ा।
जूडो में राष्ट्रमंडल खेलों में भारत का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन
बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों में भारत का यह जूडो में तीसरा पदक है। भारत ने पहली बार राष्ट्रमंडल खेलों में एक से ज्यादा पदक अपने नाम किए हैं। तूलिका के पदक के साथ ही भारत के राष्ट्रमंडल खेलों में पदकों की संख्या 16 हो गई है। तूलिका से पहले भारत के लिए सुशीला देवी ने रजत और विजय कुमार ने कांस्य पदक पर अपने नाम किया था। सुशीला देवी को 22वें राष्ट्रमंडल खेलों के चौथे दिन महिलाओं के 48 किग्रा वर्ग के फाइनल में हार का सामना करना पड़ा। वहीं विजय कुमार ने पुरुषों के 60 किग्रा वर्ग स्पर्धा का कांस्य पदक जीता।
अच्छी शुरुआत के बाद गंवाया गोल्ड
दिल्ली की रहने वाली तूलिका ने स्कॉटलैंड की खिलाड़ी पर बढ़त ले ली थी। इसके बाद रेफरी ने उन्हें यलो कार्ड दिखा दिए थे। ऐसे में तूलिका के लिए विरोधी खिलाड़ी के खिलाफ अटैक करना जरूरी था जो वो नहीं कर पाईं। ऐसे में गत विजेता खिलाड़ी ने घातक दांव लगाकर उन्हें पटक दिया और सर्वोच्च स्कोर(इप्पन) हासिल करके लगातार दूसरी बार अपने नाम गोल्ड मेडल कर लिया।