- पैरा एथलीट सुधीर ने बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों में पुरुषों की पैरा पॉवरलिफ्टिंग स्पर्धा में इतिहास रचा
- 34.5 पॉइंट्स के साथ राष्ट्रमंडल खेलों में बनाया नया रिकॉर्ड
- भारत को सातवें दिन नही मिलेगा मौका
बर्मिंघम: भारतीय खिलाड़ियों का बर्मिंघम में खेले जा रहे 22वें राष्ट्रमंडल खेलों में धमाकेदार प्रदर्शन जारी है। वेटलिफटर्स के शानदार प्रदर्शन के बाद भारतीय पैरा एथलीट्स ने पावरलिफ्टिंग में गोल्ड मेडल जीत के साथ शानदार शुरुआत की है। सुधीर ने पुरुषों के हैवीवेट वर्ग में स्वर्ण पदक अपने नाम किया।
भारत को सुधीर ने दिया छठा स्वर्ण
सुधीर ने 134.5 पॉइंट्स के साथ राष्ट्रमंडल खेलों का नया रिकॉर्ड बनाते हुए ऐतिहासिक स्वर्ण पदक अपने नाम किया। यह भारतीय दल का 22वें राष्ट्रमंडल खेलों में जीता गया 6वां गोल्ड मेडल और कुल 20वां पदक था। सुधीर भारत के लिए बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों में भारत के लिए गोल्ड मेडल जीतने वाले पहले पैरा एथलीट बन गए हैं।
क्या होता है पॉवर पैरालिफ्टिंग
यह आम तौर पर की जाने वाली बेंच प्रेस एक्सरसाइज होती है। इस स्पर्धा में हार जीत का फैसला भार उठाने वाले व्यक्ति के भार और उठाए गव वजन के अनुपात के आधार पर होता है। 87.30 किग्रा भार वाले सुधार ने अपने पहले प्रयास में 208, दूसरे में 213 और तीसरे में 217 किग्रा भार उठाया। उनका स्कोर 134.5 रहा।
नाइजीरिया के पॉवरलिफिटर से वगातार मिली चुनौती
इस इवेंट के दौरान सुधीर को लगातार नाइजीरियाई पावरलिफ्टर से चुनौती मिल रही थी, जिन्होंने अपने दूसरे प्रयास से सुधीर को दूसरे स्थान पर धकेल दिया था। लेकिन उन्होंने अपना हौसला बरकरार रखा और हर प्रयास में बढ़ा हुआ वजन उठाते हुए पदक अपने नाम कर लिया। तीसरे प्रयास में 217 किलो वजन उठाकर गोल्ड मेडल पर अपना कब्जा कर लिया। अपने आखिरी प्रयास में वो असफल जरूर रहे लेकिन प्रशंसकों की आशाओं पर खरा उतरते हुए स्वर्णिम सफलता हासिल कर ली।