- गार्सिया को कोरोनावायरस के टेस्ट में पॉजिटिव पाया गया, जिसके बाद उन्हें स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया
- जानकारी मिली कि 21 साल के गार्सिया कैंसर से भी पीड़ित थे और इसका भी उपचार चल रहा था
- कोरोनावायरस के मामले में इटली के बाद यूरोप में स्पेन दूसरा सबसे पीड़ित देश बन गया है
मलागा: एटलेटिको पोर्टाडा अल्टा क्लब के साथ जुड़े 21 साल के फ्रांसिस्को गार्सिया की सोमवार को कोरोनावायरस के कारण मौत हो गई। मलागा के क्लब की युवा टीम के कोच गार्सिया सिर्फ 21 साल के थे जब वह कैंसर से जूझ रहे थे और इसी दौरान कोरोना ने उन्हें घेर लिया, जिसके कारण उनकी मौत हो गई। स्पेनिश फुटबॉल क्लब ने सोशल मीडिया पर कोच गार्सिया के दुखद निधन पर आधिकारिक बयान जारी किया है।
गार्सिया को कोरोना टेस्ट में पॉजिटिव पाया गया था, जिसके बाद उन्हें मलागा के स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया। क्लब ने अपने बयान में कहा, 'हम अपने कोच फ्रांसिस्को गार्सिया के परिवार, दोस्त और करीबियों को अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करना चाहते हैं, जो दुर्भाग्यवश हमें छोड़कर चले गए हैं। अब हम आपके बिना क्या करेंगे फ्रांसिस? हम लीग में कैसे बादशाहत कायम रखना जारी रखेंगे? हमें नहीं पता कि कैसे होगा, लेकिन हम आपके लिए जरूर करेंगे। हमें आपको नहीं भूलेंगे। हमेशा के लिए शांत करें।'
कैंसर से भी कर रहे थे लड़ाई
द इंडिपेंडेंट की रिपोर्ट के मुताबिक गार्सिया कैंसर से भी पीड़ित थे और अस्पताल में भर्ती होने के बाद इसका इलाज करा रहे थे। गार्सिया पहले से ही बीमार थे, इसलिए उनका रिकवर करना मुश्किल हो गया था। स्पेनिश कोच अस्पताल में कोरोनावायरस के लक्षण के साथ आए। स्थानीय रिपोर्ट्स के मुताबिक गार्सिया को सांस लेने में तकलीफ हो रही थी, जिसके बाद उन्होंने उपचार कराना ठीक समझा।
स्पेन में 1000 से ज्यादा मामले
यह जानकारी मिली कि युवा स्पेनिश कोच को कोरोनावायरस और निमोनिया दोनों थे। कई रिपोर्ट्स के मुताबिक 21 साल के गार्सिया को स्पेन का सबसे युवा व्यक्ति माना जा रहा है, जिसकी कोरोनावायरस के कारण मौत हुई हो। गार्सिया 2016 से एटलेटिको पोर्टाडा अल्टा के साथ ट्रेनिंग कर रहे थे। वह अल्टा की जूनियर टीम के कोच भी थे। स्पेन में कोरोनावायरस के 1,000 से ज्यादा नए मामले सामने आए हैं। एक न्यूज एजेंसी के मुताबिक यूरोप में इटली के बाद स्पेन दूसरा सबसे पीड़ित देश माना जा रहा है।