- रितिका फोगाट ने रेसलिंग टूर्नामेंट का फाइनल हारने के बाद आत्महत्या की
- गीता और रितु फोगाट ने ट्विटर के जरिये अपनी संवेदनाएं प्रकट की
- रितिका की आत्महत्या ने भारतीय खेल जगत में शोक की लहर फैला दी है
नई दिल्ली: भारतीय खेल जगत तब गम में डूब गया जब रेसलर रितिका फोगाट के आत्महत्या की खबर सामने आई। गीता और बबीता फोगाट की ममेरी बहन रितिका ने सोमवार को एक रेसलिंग स्पर्धा का फाइनल गंवाने के बाद फांसी लगाकर अपनी जान दे दी थी। सोशल मीडिया पर फैंस ने युवा पहलवान को श्रद्धांजलि दी जबकि रितु फोगाट और गीता फोगाट ने ट्विटर पर अपनी छोटी बहन के गुजरने पर संवेदना प्रकट की।
रिपोर्ट्स के मुताबिक रितिका ने राजस्थान के भरतपुर में रेसलिंग टूर्नामेंट में हिस्सा लिया था। वहां फाइनल में उन्हें शिकस्त मिली। रितिका इस हार को सहन नहीं कर सकी और इतना बड़ा कदम उठा लिया। पुलिस इस मामले की जांच में जुटी हुई है। चरखी दादरी के डीएसपी राम सिंह बिश्नोई ने इस घटना के बारे में एएनआई से बातचीत करते हुए कहा, 'बबीता फोगाट की ममेरी बहन रितिका ने आत्महत्या की। इसके पीछे का कारण राजस्थान में रेसलिंग टूर्नामेंट के फाइनल में शिकस्त झेलना हो। जांच जारी है।'
रेसलर से एमएमए पेशेवर बनीं रितु फोगाट ने ट्विटर पर संवेदना प्रकट की है। उन्होंने रितिका की फोटो शेयर करते हुए कैप्शन लिखा, 'छोटी बहन रितिका की आत्मा को शांति मिले। मुझे अभी भी विश्वास नहीं हो रहा कि तुम्हारे साथ क्या हुआ, हमेशा तुम्हारी कमी खलेगी। ऊँ शांति।'
रितु ने लोगों से गुजारिश की है कि वह अफवाहों को बल न दे और न ही इसे फैलाएं और उनके व उनके परिवार के लिए यह बहुत कड़ा समय है। रितु ने एक और ट्वीट करके लिखा, 'मुझे आज सुबह से मैसेज आ रहे हैं। मेरे परिवार में जो हुआ, उससे मैं बहुत दुखी और परेशान हूं। मैं लोगों से कहना चाहती हूं कि किसी अफवाह पर विश्वास नहीं करें और न ही इसका फैलाव करें व जिम्मेदारी से काम करें। यह मेरे और मेरे परिवार के लिए कड़ा समय है और मैं आप सभी से हमारी निजता की गुजारिश करती हूं। आप सभी के प्यार, समर्थन और समझने का शुक्रिया।'
वहीं दंगल गर्ल गीता फोगाट ने भी ट्विटर पर अपनी संवेदना प्रकट करते हुए कहा कि जीत और हार तो खेल का हिस्सा है और ऐसे परिणाम किसी की जिंदगी लेने का कारण नहीं बनना चाहिए। गीता ने ट्वीट किया, 'भगवान मेरी छोटी बहन मेरे मामा की लड़की रितिका की आत्मा को शांति दे। मेरे परिवार के लिए बहुत ही दुख की घड़ी है। रितिका बहुत ही होनहार पहलवान थी पता नहीं क्यों उसने ऐसा कदम उठाया। हार-जीत खिलाड़ी के जीवन का हिस्सा होता है हमें ऐसा कोई क़दम नहीं उठाना चाहिए।'
रितिका के भाई हरविंदर ने कहा कि परिवार को एहसास ही नहीं हुआ कि युवा पहलवान को हार से इतनी कितनी निराशा हुई। गीता और बबीता फोगाट के पिता महावीर फोगाट भी इस टूर्नामेंट के फाइनल में मौजूद थे, जिन्होंने रितिका को हार के बाद समझाइश भी दी थी कि आगे और मौके मिलेंगे जब जीत पाओगी। मेहनत जारी रखो।