नई दिल्ली: खेल मंत्रालय राष्ट्रीय खेल पुरस्कारों की इनामी राशि में भारी बढ़ोतरी करने की योजना बना रहा है और अगर इस तरह के प्रस्ताव को मंजूरी मिल जाती है तो खेल रत्न पाने वाले खिलाड़ी को 25 लाख तथा अर्जुन पुरस्कार विेजेता को 15 लाख रुपये की धनराशि मिलेगी। वर्तमान में खेल रत्न सम्मान पाने वाले खिलाड़ी को 7.5 लाख और अर्जुन पुरस्कार विजेता को पांच लाख रुपये की नकद धनराशि मिलती है।
पता चला है कि मंत्रालय इस प्रस्ताव को अंतिम रूप देने में लगा हुआ है जिसकी खेल मंत्री किरेन रीजीजू 29 अगस्त को राष्ट्रीय खेल दिवस के दिन औपचारिक घोषणा कर सकते हैं। इसी दिन हर साल राष्ट्रीय खेल पुरस्कार दिये जाते हैं। खेल मंत्रालय के सूत्रों ने पीटीआई से कहा, ‘‘राष्ट्रीय खेल पुरस्कारों की इनामी राशि में महत्वपूर्ण बढ़ोतरी होनी तय है। इस संबंध में एक प्रस्ताव तैयार किया गया है। खिलाड़ियों ने शिकायत की थी कि खेल पुरस्कारों की इनामी राशि बहुत कम है जिसके बाद मंत्री ने स्वयं इसमें दिलचस्पी दिखायी।’’
उन्होंने कहा, ‘‘इस प्रस्ताव पर अब भी विचार चल रहा है और अगर सरकार ने इसे स्वीकार कर दिया तो इस साल से ही नयी इनामी राशि दी जाएगी।’’ इस संबंध में हालांकि जब खेल सचिव रवि मित्तल से संपर्क किया गया तो उन्होंने कहा कि वह इस तरह के किसी प्रस्ताव से अवगत नहीं हैं। मित्तल से जब संपर्क किया गया तो उन्होंने कहा, ‘‘मुझे पता नहीं। मैं कुछ नहीं जानता।’’
ध्यानचंद और द्रोणाचार्य (जीवन पर्यंत) पुरस्कारों की इनामी राशि भी पांच लाख से 15 लाख रुपये करने का प्रस्ताव है। इसके अनुसार नियमित द्रोणाचार्य पुरस्कार की इनामी राशि 10 लाख रुपये कर दी जाएगी। अभी यह जीवन पर्यंत के समान ही पांच लाख रुपये है। अगर प्रस्ताव मंजूर करके 29 अगस्त से पहले लागू कर दिया जाता है तो सरकार को इस बार पुरस्कारों पर मोटी धनराशि खर्च करनी होगी क्योंकि खेल मंत्रालय की चयनसमिति ने विभिन्न राष्ट्रीय खेल पुरस्कारों के लिये 62 नामों की सिफारिश की है।
क्रिकेटर रोहित शर्मा, पहलवान विनेश फोगाट, महिला हॉकी खिलाड़ी रानी रामपाल, टेबल टेनिस खिलाड़ी मनिका बत्रा और रियो पैरालंपिक के स्वर्ण पदक विजेता ऊंची कूद के एथलीट मरियप्पन थंगवेलु का नाम खेल रत्न पुरस्कार के लिये भेजा गया है जबकि अर्जुन पुरस्कार के लिये 29 खिलाड़ियों के नाम की सिफारिश की गयी है।
इसके अलावा द्रोणाचार्य पुरस्कार के लिये 13 प्रशिक्षकों जबकि ध्यानचंद पुरस्कार के लिये 15 नाम भेजे गये हैं। खेल मंत्री से मंजूरी मिलने के बाद ही अंतिम सूची सामने आएगी। इससे पहले 2009 में राष्ट्रीय खेल पुरस्कारों की इनामी राशि में बढ़ोतरी की गयी थी।