- हंगरी में फुटबॉल पिछले महीने की फिर शुरू हो गया
- एनट्राच फ्रेंकफर्ट ने बुंदेसलीगा फुटबॉल में वेरडर ब्रेमेन को 3-0 से हराया
- जर्मनी और पुर्तगाल चैंपियंस लीग फुटबॉल फाइनल की मेजबानी के दावेदार है
बुडापेस्ट: बुडापेस्ट होनवेड के खिलाड़ियों ने हंगरी कप फुटबॉल फाइनल जीतने के बाद भारी तादाद में जमा दर्शकों के सामने जश्न मनाया, जो सामाजिक दूरी के नियम का पालन नहीं कर रहे थे। जोर्जे काम्बेर सबसे आगे खड़े थे जो जीत के सूत्रधार भी थे। हंगरी में फुटबॉल पिछले महीने की फिर शुरू हो गया। कोरोना वायरस महामारी के कारण सत्र बीच में रोक दिया गया था। अधिकांश आयोजकों ने हर दर्शक के बीच में तीन सीटें खाली रखने के नियम का पालन किया। लेकिन फाइनल में बाद दर्शकों ने नियम तोड़ दिया। जर्मनी में बुंदेसलीगा मैच दर्शकों के बिना हो रहे हैं। इंग्लैंड, स्पेन और इटली में भी दर्शकों के बिना ही मैच होंगे।
बुंदेसलीगा फुटबॉल : फ्रेंकफर्ट ने वेरडर को हराया
एनट्राच फ्रेंकफर्ट ने बुंदेसलीगा फुटबॉल में वेरडर ब्रेमेन को 3-0 से हराकर उसके निचले चरण में खिसकने (रेलिगेशन) की संभावना प्रबल कर दी। फ्रेंकफर्ट के लिये आंद्रे सिल्वा ने 61वें मिनट में गोल किया। स्टीफान लसांकेर ने 81वें और 90वें मिनट में गोल दागकर टीम की जीत सुनिश्चित की। ऑस्ट्रिया के इस स्ट्राइकर का 2015 के बाद यह पहला लीग गोल था। उन्होंने बाद में कहा, 'यह केचअप की बोतल की तरह था। लंबे समय तक कुछ नहीं निकला और फिर अचानक ढेर सारा सॉस निकल आया।'
जर्मनी और पुर्तगाल चैम्पियंस लीग फाइनल की मेजबानी के दावेदार
जर्मनी और पुर्तगाल चैंपियंस लीग फुटबॉल फाइनल की मेजबानी के दावेदार है। अब इस्तांबुल की जगह कहीं और कराया जायेगा। यूरोपीय फुटबॉल की शीर्ष ईकाई युएफा की 17 जून को हुई बैठक में तय किया जायेगा कि अगस्त में फाइनल कहां होगा। जानकार सूत्रों ने बताया कि क्वार्टर फाइनल और सेमीफाइनल भी उसी देश में होंगे। चैंपियंस लीग मार्च में कोरोना वायरस महामारी के कारण निलंबित कर दी गई थी। अब प्राथमिकता इसे ऐसी जगह पर कराने की है जहां खिलाड़ी और अधिकारी आसानी से पहुंच सके क्योंकि मैच दर्शकों के बिना ही होंगे।
जापान फुटबॉल महासंघ ने नयी महिला प्रो लीग का ऐलान किया
जापान फुटबॉल महासंघ ने महिलाओं के लिये नयी पेशेवर लीग का ऐलान किया जो अगले साल से शुरू होगी। डब्ल्यूई लीग में छह से दस टीमें होंगी जो राउंड रॉबिन आधार पर अपने मैदान पर और बाहर एक दूसरे से खेलेंगी। जापान फुटबॉल के अध्यक्ष कोजो ताशिमा ने कहा कि इसका मकसद देश में महिला फुटबॉल का विकास करना है। इस साल के आखिर में इसकी टीमों का ऐलान हो जायेगा। टीम के कार्यकारियों में एक महिला का होना जरूरी है। इसके साथ ही तीन साल के भीतर टीम स्टाफ में 50 प्रतिशत महिलायें ही होंगी।