नई दिल्ली: भारतीय एथलेटिक्स महासंघ (एएफआई) के हाई परफॉर्मेंस निदेशक वोल्कर हरमान ने यह कहते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया कि वह भूमिका के साथ आने वाली अपेक्षाओं को पूरा नहीं कर सकते। एएफआई के एक सूत्र ने पुष्टि की कि हरमान ने कुछ हफ्ते पहले इस्तीफा दे दिया था लेकिन कहा कि उन्होंने कोई विशेष कारण नहीं बताया था। हालांकि खेल मंत्रालय ने उनका अनुबंध 2024 ओलंपिक के अंत तक बढ़ा दिया था। जर्मनी के हरमान को जून 2019 में 2021 तक स्थगित हुए टोक्यो ओलंपिक के अंत तक नियुक्त किया गया था। सितंबर में मंत्रालय ने उनका अनुबंध 2024 ओलंपिक के अंत तक बढ़ा दिया था लेकिन एएफआई सूत्रों ने कहा कि उन्होंने नये अनुबंध पर हस्ताक्षर नहीं किये थे।
'मैं अपेक्षाओं को पूरा नहीं कर सकता'
हरमान ने अपने फेसबुक पेज पर लिखा, 'भारत में डेढ़ साल के बाद वो दिन आ गया जब मैं एएफआई के हाई परफॉर्मेंस निदेशक की भूमिका के साथ खुद की अपेक्षाओं को पूरा नहीं कर सकता इसलिये मैंने तीन हफ्ते पहले अपने पद से इस्तीफा दे दिया।' उन्होंने कहा कि भारत में एथलेटिक्स का भविष्य शानदार है। एएफआई के सूत्र ने कहा कि महासंघ ने हरमान को मनाने का प्रयास किया लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ।
सूत्र ने बताया, 'हरमान ने कोई कारण नहीं बताया। वह वापस (जर्मनी) जाना चाहते थे। एएफआई ने उन्हें ओलंपिक तक रोकने की कोशिश की लेकिन वह नहीं माने। उनके एएफआई और साई के बीच कोई मतभेद नहीं है।' एएफआई के अध्यक्ष आदिल सुमरिवाला ने बाद में कहा कि हरमान ने भविष्य में एक सलाहकार के रूप में काम करने की इच्छा व्यक्त की है और ‘जब जरूरी होगा तब महासंघ’ उनके साथ काम करेगा।
'हमने साथ रहने के लिए मनाने की कोशिश की'
यहां जारी विज्ञप्ति में सुमरिवाला ने कहा, 'हरमान युवा और मेहनती पेशेवर हैं। उन्होंने हमारे कोच शिक्षा कार्यक्रम में बहुत योगदान दिया। हमने उन्हें एएफआई के साथ रहने और काम करने के लिए मनाने की कोशिश की। उनका हालांकि अपने देश (जर्मनी) वापस जाने का फैसला व्यक्तिगत है और हम उनके फैसले का सम्मान करते हैं।' उन्होंने कहा, 'अब हम दो नए हाई परफॉरमेंस निदेशक नियुक्त करने की योजना बना रहे है, एक सीनियर एथलीटों के लिए और एक जूनियर व युवाओं के लिए।' इस पद पर नियुक्त होने वाले हरमान दूसरे व्यक्ति है। रियो ओलंपिक से पहले अमेरिका के डेरेक बूसे अक्टूबर 2015 में इस पर पर नियुक्त हुए थे लेकिन उन्होंने सात महीने में इस्तीफा दे दिया था।