- एशिया कप हॉकी 2022
- भारत ने कोरिया से 4-4 से ड्रॉ खेला
- कांस्य के लिए जापान से भिड़ेगा भारत
जकार्ता: भारतीय की युवा हॉकी टीम ने मंगलवार को यहां दक्षिण कोरिया के खिलाफ एशिया कप के सुपर चार के मैच में प्रभावशाली और तेज गति वाली हॉकी खेली लेकिन मैच के 4-4 से ड्रॉ होने के कारण टीम खिताबी दौड़ से बाहर हो गई। दिन के शुरूआती मैच में मलेशिया ने जापान को 5-0 से शिकस्त दी जिसके बाद गत चैम्पियन भारत को फाइनल में पहुंचने के लिए इस मैच को जीतना जरूरी था। सुपर चार चरण में भारत, मलेशिया और कोरिया तीनों का अभियान पांच-पांच अंक पर समाप्त हुआ लेकिन बीरेंद्र लाकड़ा की अगुवाई वाली भारतीय टीम गोल अंतर के आधार पर तीसरे स्थान पर रही।
भारत के लिए नीलम संजीप जेस (नौवें मिनट), दिपसन टिर्की (21वें मिनट), महेश शेषे गौड़ा (22वें मिनट) और शक्तिवेल मरीस्वरन (37वें मिनट) ने गोल किए जबकि कोरिया की ओर से जैंग जोंगह्युन (13वें मिनट), जी वू चियोन (18वें मिनट), किम जुंगहू (28वें मिनट) और जुंग मांजेइ (44वें मिनट) ने गोल दागे। कोरिया अब फाइनल में बुधवार को मलेशिया से भिड़ेगा, जबकि भारतीय टीम तीसरे और चौथे स्थान के मैच में जापान का सामना करेगी। दोनों टीम के बीच मिडफील्ड में कड़ी टक्कर देखने को मिली।
भारत और कोरिया दोनों ने पहले क्वार्टर से ही दबदबा बनाने का प्रयास किया। भारत को दूसरे ही मिनट में पेनल्टी कॉर्नर मिला लेकिन नीलम संजीप के प्रयास को कोरिया के गोलकीपर जेइह्योन किम ने नाकाम कर दिया। नीलम संजीप ने हालांकि नौवें मिनट में दूसरे पेनल्टी कॉर्नर पर किम से दाईं ओर से गेंद को गोल में पहुंचाकर भारत को बढ़त दिला दी। पहला क्वार्टर खत्म होने से दो मिनट पहले कोरिया को पहला पेनल्टी कॉर्नर मिला जिसे जैंग जोंगह्युन ने गोल में बदलकर कोरिया को बराबरी दिला दी। रिया ने पांच मिनट बाद स्कोर 2-1 किया जब रक्षापंक्ति में पवन राजभर की गलती का फायदा उठाकर जुंगजुन के पास पर जी वू चियोन ने गोल दाग दिया।
कोभारत ने तीन मिनट बाद बरबारी हासिल कर ली जबकि दिपसन टिर्की ने भारत के तीसरे पेनल्टी कॉर्नर को गोल में बदल दिया। महेश ने एक मिनट बाद पलटवार पर बने मूव में विष्णुकांत सिंह के पास पर गोल दागकर भारत को 3-2 से आगे कर दिया। कोरिया को एक और पेनल्टी कॉर्नर मिला लेकिन भारत ने खतरा टाल दिया। मध्यांतर से दो मिनट पहले किम जुंगहू ने शानदार मैदानी गोल दागकर कोरिया को 3-3 से बराबरी दिला दी। मध्यांतर के बाद भारत ने हमले तेज कर दिया। टीम को इसका फायदा 37वें मिनट में मिला जब शक्तिवेल ने दाईं छोर से महेश के क्रॉस को गोल में पहुंचा दिया।
उत्तम सिंह 42वें मिनट में गोल करने के बेहद आसान मौके से चूक गए जब वह राजकुमार के क्रॉस को अपने कब्जे में नहीं ले पाए। तीसरे क्वार्टर के अंतिम लम्हों में यशदीप सिवाच को पीला कार्ड दिखाकर पांच मिनट के लिए निलंबित किया गया जिसका खामियाजा भारत को भुगतना पड़ा और मांजेई ने मिडफील्ड से मिले पास को गोल में बदलकर कोरिया को बराबरी दिला दी। मैच खत्म होने से सिर्फ 27 सेकेंड पहले कार्ति सेलवम को भारत के लिए विजयी गोल दागने का मौका मिला लेकिन कोरिया के गोलकीपर ने उनके प्रयास को नाकाम करके गत चैंपियन टीम को विजयी गोल दागने से महरूम कर दिया।