कोच्चि: इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) का छठा सीजन आज से शुरू हो रहा है। इसकी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। इस साल बेंगलुरू एफसी और एफसी गोवा संभावित विजेताओं में शामिल होंगे, लेकिन इसके बावजूद भारत की सबसे बड़ी फुटबॉल लीग का नया सीजन उतार-चढ़ाव से भरा होगा क्योंकि हर टीम अपने तरीके से खिताब के लिए दावा ठोकना चाहेगी। मौजूदा चैंपियन बेंगलुरू एफसी और उपविजेता एफसी गोवा, दो ऐसी टीमें हैं, जो बीते सीजन में अपनी शैली के कारण अलग रहीं। इन क्लबों में अपनी कोर टीम को बरकरार रखा है और इसी कारण इन टीमों का आगे जाना तय माना जा रहा है।
इसमें कोई शक नहीं कि बेंगलुरू और गोवा खिताब के प्रबल दावेदार हैं, लेकिन सभी टीमों ने नए सीजन के लिए काफी परिवर्तन किए हैं और इस कारण उनकी दावेदारी पर भी संदेह नहीं किया जा सकता है। एटीके से अधिक किसी टीम ने लोगों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित नहीं किया है। दो बार की चैंपियन टीम ने कई नामी-गिरामी विदेशी खिलाड़ियों को अपने साथ जोड़ा है और इस कारण कागज पर यह टीम काफी मजबूत नजर आ रही है। चेन्नइयन एफसी बीते सीजन में सबसे नीचे रही थी। इस टीम ने भी अपनी तस्वीर सुधारी है और प्री-सीजन मुकाबलों के दौरान काफी मजबूती से सामने आई है।
बेंगलुरू एफसी क्यों है खिताब की दावेदार?
सबसे पहले नजर मौजूदा चैंपियन और खिताब के सबसे प्रबल दावेदार बेंगलुरू एफसी पर डालते हैं। द ब्लूज नाम से मशहूर इस टीम ने अपनी उन गलतियों को पहचाना, जिन पर काम करने की जरूरत थी। इस टीम ने आशिक कुरुनियन और रफाएल अगस्तो के साथ करार किया और इस कारण यह टीम पहले से काफी मजबूत हो गई है। एफसी गोवा ने अपने साथ एक भी विदेशी खिलाड़ी अलग से नहीं जोड़ा है। इसने छह विदेशी खिलाड़ियों को रीटेन किया है। इनमें डिफेंडर माउतारदा फॉल, मिडफील्डर अहमद जाहो और गोल्डन बूट विजेता फेरान कोरोमिनास शामिल हैं। इसके अलावा इसके पास भारतीयों के रूप में ब्रेंडन फर्नाडिस, मंदार राव देसाई और मानवीर सिंह हैं, जो टीम में शानदार मिश्रण बनाते हैं।
बीते सीजन में लीग स्टेज में 10 टीमों ने कुल 254 गोल किए थे। आगानी सीजन इससे बेहतर परिणाम लेकर आएगा, क्योंकि हर टीम में अच्छे गोल स्कोरर शामिल हैं। नॉथईस्ट युनाइटेड एफसी ने घाना के इंटरनेशनल प्लेअर और संडरलैंड के स्ट्राइकर असामोह ज्ञान के साथ करार करके सबको चौंका दिया है। ज्ञान गोल करने में माहिर हैं। केरला ब्लास्टर्स एफसी के लिए बीते दो सीजन काफी निराशाजनक रहे थे। अब यह टीम बाथोलोर्मेव ओग्बेचे पर निर्भर करेगी, जो गोल करने की इसकी कमी को सुधारेंगे। गोवा के फेरान कोरोमिनास ने ही बीते सीजन में ओग्बेचे से अधिक गोल किए थे। मुंबई सिटी एफसी के पास मोदू सोगोउ के रूप में एक बेहतरीन गोल स्कोरर है और वह वहीं से शुरुआत करना चाहेंगे, जहां बीते सीजन में उन्होंने खत्म किया था।
हैदराबाद एफसी कम समय में बनी एक प्रतिस्पर्धी टीम
नव प्रवेशी हैदराबाद एफसी और ओडिशा एफसी कम समय में एक प्रतिस्पर्धी टीम बनाने में सफल रहे हैं। हैदराबाद के पास मार्सेलिन्हो और मार्को स्टैनकोविक के रूप में अनुभव का खजाना है, जो जानते हैं कि लीग को किस दिशा में ले जाना है। इसी तरह ओडिशा एफसी के पास मार्कोस तेबार, जिस्को हर्नांदेज जैसे कुछ अच्छे विदेशी तथा भारतीय खिलाड़ियों का मिश्रण है। 2019-20 सीजन में आईएसएल में साइडलाइंस पर कुछ बेहतरीन कोच भी शामिल हुए हैं। नार्थईस्ट युनाइटेड एफसी के पास रोबर्ट जार्नी आए हैं। उन्होंने एल्को स्काटोरी का स्थान लिया है, जो अब केरला ब्लास्टर्स के कोच हैं।
एटीके ने एक बार फिर एंटोनियो हाबास की शरण ली है, जिनकी देखरेख में 2014 में उसने खिताब जीता था। इसी तरह जमशेदपुर एफसी ने स्पेनिश कोच एंटोनियो इरियोंडो के साथ करार किया है, जिनके पास स्पेन में कोचिंग का 25 साल का अनुभव है। नए सीजन में कुछ खिलाड़ियों ने क्लब बदला है, लिहाजा कुछ खिलाड़ी अपनी पुरानी वफादारी छोड़कर नई टीम और नए साथियों के प्रति वफादारी दिखाने का प्रयास करेंगे। जमशेदपुर के दो खिलाड़ी सर्गियो चिडोंचा और मारियो अक्र्वेस अब केरल के लिए खेलते दिखेंगे। इसी तरह ब्राजीली रफाएल अगस्तो ने चेन्नई का साथ छोड़कर बेंगलुरू का दामन पकड़ा है जबकि अनस इदाथोदिका अब एटीके के लिए खेलते दिखेंगे।