- मनप्रीत को एफआईएच का साल का सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी का पुरस्कार मिला
- मनप्रीत यह अवॉर्ड जीतने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी बने
- मनप्रीत की कप्तानी में भारत ने ओलंपिक में जगह बनाई
लुसाने: राष्ट्रीय पुरुष हॉकी टीम के कप्तान मनप्रीत सिंह गुरुवार को अंतराष्ट्रीय हॉकी महासंघ (एफआईएच) का साल का सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी का पुरस्कार जीतने वाले पहले भारतीय बने, जिससे उनके लिए 2019 सत्र यादगार रहा जहां उनकी अगुआई में टीम ने ओलंपिक में भी जगह बनाई। मिडफील्डर मनप्रीत इस तरह 1999 में पुरस्कार शुरू होने के बाद इसे जीतने वाले पहले भारतीय बने।
मनप्रीत ने इस पुरस्कार की दौड़ में बेल्जियम के आर्थर वान डोरेन और अर्जेन्टीना के लुकास विला को पछाड़ा जो क्रमश: दूसरे और तीसरे स्थान पर रहे। राष्ट्रीय संघों, मीडिया, प्रशंसकों और खिलाड़ियों के संयुक्त मतों में मनप्रीत को 35.2 प्रतिशत मत मिले। वान डोरेन ने कुल 19.7 प्रतिशत जबकि विला ने 16.5 प्रतिशत मत हासिल किए।
इस पुरस्कार के लिए बेल्जियम के विक्टर वेगनेज और ऑस्ट्रेलिया के एरन जालेवस्की और एडी ओकेनडेन को भी नामित किया गया था। लंदन 2012 और रियो ओलंपिक 2016 में भारत का प्रतिनिधित्व करने वाले 27 साल के मनप्रीत ने 2011 में सीनियर राष्ट्रीय टीम के लिए पदार्पण किया था। वह अब तक भारत की ओर से 260 अंतरराष्ट्रीय मैच खेल चुके हैं।
पिछले सत्र के बारे में मनप्रीत ने कहा, 'अगर आप साल में हमारे प्रदर्शन को देखें तो हमने जिस भी टूर्नामेंट में हिस्सा लिया उसमें अच्छा किया। यह जून में एफआईएच सीरीज फाइनल हो या बेल्जियम में टेस्ट सीरीज, जहां हम मेजबान और स्पेन के खिलाफ खेले और उन्हें हराया।' उन्होंने कहा, '2019 में हमारा सबसे बड़ा लक्ष्य ओलंपिक में जगह बनाना था।' भारत ने दो ओलंपिक के ओलंपिक क्वालीफायर में रूस को 4-2 और 7-2 से हराकर यह लक्ष्य हासिल किया।
मनप्रीत ने इस पुरस्कार को टीम के अपने साथियों को समर्पित करते हुए कहा कि उनके समर्थन के बिना यह संभव नहीं था। उन्होंने कहा, 'यह पुरस्कार जीतकर मैं बेहद सम्मानित महसूस कर रहा हूं और मैं इसे अपनी टीम को समर्पित करना चाहता हूं। मैं अपने शुभचिंतकों और दुनियाभर के हॉकी प्रशंसकों को धन्यवाद कहना चाहता हूं, जिन्होंने मेरे पक्ष में मतदान किया। भारतीय हॉकी के लिए इतना अधिक समर्थन शानदार है।'