- टाइम्स नाउ नवभारत ओपिनियन पोल
- भारत पर बड़ा प्रभाव छोड़ने वाला खिलाड़ी
- जनता ने इस खिलाड़ी को दिए सबसे ज्यादा वोट
नई दिल्ली: भारत (India) आज 75वां स्वतंत्रता दिवस (Independence Day) मना रहा है। इस खास मौके पर टाइम्स नाउ नवभारत ने एक खास ओपिनियन पोल किया, जिसमें विभिन्न सवालों पर आम आदमी की राय जानने की कोशिश की गई। ये ओपिनियिन पोल टाइम्स नाउ नवभारत ने एन साइट कंसलटिंग के साथ मिलकर किया।
देश के 28 राज्यों और 7 केंद्र शासित प्रदेशों के लगभग 15,000 लोगों की राय के आधार पर तैयार किए गए सर्वे में कुल 20 सवाल पूछे गए। इस दौरान एक सवाल खेल जगह से जुड़ा था। जनता से पूछा गया कि आजादी दिलाने वाले असली हीरो कौन है? इसमें सवाल था कि आजाद भारत पर बड़ा प्रभाव छोड़ने वाले खिलाड़ी कौन हैं?
इस दौरान एक्सपर्ट्स पैनल में पूर्व भारतीय क्रिकेटर संजय मांजरेकर (Sanjay Manjrekar) और अंजुम चोपड़ा (Anjum Chopra) मौजूद थे। इन दोनों ने जनता की राय को सर्वमान्य करार दिया। बड़ी बात यह रही कि संजय मांजरेकर और अंजुम चोपड़ा ने देशभक्ति के गीत भी इस शो में गाए और जनता का उत्साह बढ़ाया।
मिल्खा सिंह को मिले सबसे ज्यादा वोट
चलिए आपको बतातें है कि ओपिनियन पोल में जो सवाल किया गया कि आजाद भारत पर बड़ा प्रभाव छोड़ने वाले खिलाड़ी कौन है? इसमें पांच दिग्गज खेल हस्तियों के विकल्प दिए गए थे। इसमें नाम शामिल थे- मिल्खा सिंह (Milkha Singh), सानिया मिर्जा (Sania Mirza), विश्वनाथन आनंद (Viswanathan Anand), पीटी उषा (PT Usha) और प्रकाश पादुकोण (Prakash Padukone)। जनता ने सबसे ज्यादा वोट दिवंगत फर्राटा धावक मिल्खा सिंह के पक्ष में दिए। जी हां, जनता के मुताबिक आजाद भारत में सबसे ज्यादा प्रभाव खिलाड़ी के रूप में मिल्खा सिंह का रहा।
मिल्खा सिंह के पक्ष में सबसे ज्यादा 47.4 प्रतिशत वोट किए गए। एक्सपर्ट्स ने कहा कि मिल्खा सिंह ने देश को ओलंपिक में अच्छा प्रदर्शन करने के लिए हमेशा प्रेरित किया और उनके योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता है। इसके बाद दूसरे नंबर पर सबसे ज्यादा वोट सानिया मिर्जा को मिले। सानिया मिर्जा के पक्ष में 21.5 प्रतिशत वोट आए। सानिया मिर्जा जब 18 साल की थी, तभी सुर्खियों में आईं थीं और उन्होंने 6 ग्रैंड स्लैम खिताब जीते। वह 2016 रियो ओलंपिक में मेडल जीतने से चूकी थीं।
जनता ने तीसरे नंबर पर पीटी उषा को रखा, जिन्हें 17.4 प्रतिशत वोट मिले। पीटी उषा ने ट्रैक एंड फील्ड में महिलाओं को आने के लिए प्रोत्साहित किया। चौथे नंबर पर विश्वनाथन आनंद 11.6 प्रतिशत के साथ रहे। विश्वनाथन आनंद ने देश में शतरंज के खेल को काफी लोकप्रियता दिलाई और वह पांच बार के विश्व चेस चैंपियन रहे हैं। पांचवें नंबर पर प्रकाश पादुकोण रहे, जिन्हें 2.1 प्रतिशत वोट मिले। 1980 में प्रकाश पादुकोण विश्व रैंकिंग में नंबर-1 बने थे और इसी साल ऑल इंग्लैंड बैडमिंटन चैंपियनशिप जीतने वाले वह पहले भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी भी बने थे।