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- पाकिस्तानी जेवलिन थ्रोअर अर्शद नदीम ने चोपड़ा को शुभकामना दी
- अर्शद नदीम को अपना ट्वीट डीलिट करना पड़ गया
नई दिल्ली: भारत के जेवलिन थ्रोअर (भाला फेंक खिलाड़ी) नीरज चोपड़ा ने टोक्यो ओलंपिक्स में भारत को सबसे बड़ी खुशी देते हुए गोल्ड मेडल जीता। चोपड़ा ने भारत को ट्रैक एंड फील्ड में पहला व्यक्तिगत गोल्ड मेडल दिलाया। 2008 में अभिनव बिंद्रा के बाद व्यक्तिगत स्पर्धा में गोल्ड मेडल जीतने वाले नीरज चोपड़ा दूसरे भारतीय एथलीट बने। नीरज चोपड़ा ने दूसरे थ्रो में 87.58 मीटर दूर भाला फेंककर पहला स्थान हासिल किया। टोक्यो ओलंपिक में भारत ने अभी तक कुल 7 पदक जीत लिए हैं। भारत ने इस तरह से एक ओलंपिक में सर्वाधिक पदक जीतने का रिकॉर्ड बना लिया है।
नीरज चोपड़ा के साथ फाइनल में पाकिस्तान के जेवलिन थ्रोअर अर्शद नदीम भी थे। नदीम पांचवें स्थान पर रहे और मेडल जीतने से वंचित हो गए। हालांकि, अर्शद नदीम ने खेल भावना का परिचय देते हुए गोल्ड मेडलिस्ट नीरज चोपड़ा को बधाई भी दी। अर्शद ने हालांकि, नीरज चोपड़ा के लिए कुछ ऐसा लिखा कि उन्हें अपना ट्वीट डीलिट करना पड़ गया। इसके बाद अर्शद ने एक नया ट्वीट किया, जो अभी भी उनकी वॉल पर पोस्ट है।
दरअसल, नदीम ने पहले ट्वीट में नीरज चोपड़ा को अपना आदर्श बताते हुए शुभकामना दी थी और मेडल नहीं जीतने के लिए पाकिस्तान से माफी भी मांगी थी। अर्शद ने ट्वीट किया था, 'मेरे आदर्श नीरज चोपड़ा को गोल्ड मेडल जीतने पर शुीाकामनाएं। पाकिस्तान मैं माफी मांगता हूं कि आप लोगों के लिए गोल्ड मेडल नहीं जीत सका।' नीरज चोपड़ा को अपना आदर्श बताना नदीम को भारी पड़ गया और उन्हें काफी आलोचनाएं झेलनी पड़ी। कुछ समय के बाद अर्शद नदीम ने अपना ट्वीट डीलिट किया।
इसके बाद नदीम ने नया ट्वीट करके नीरज चोपड़ा को बधाई दी। इसमें उन्होंने लिखा, 'नीरज चोपड़ा गोल्ड मेडल जीतने की शुभकामनाएं।' बता दें कि नीरज चोपड़ा ने पहले प्रयास में 87.03 मीटर की दूरी पर भाला फेंका था। जर्मनी के जूलियन वेबर ने करियर का सर्वश्रेष्ठ 85.30 मीटर की दूरी पर भाला फेंका। वहीं पाकिस्तान के अर्शद नदीम ने पहले प्रयास में 82.4 मीटर की दूरी पर भाला फेंका।
इसके बाद दूसरे प्रयास में अर्शद का फाउल हुआ। तीसरे प्रयास में पाकिस्तानी एथलीट ने 84.62 की दूरी पर भाला फेंका और खुद को मेडल की दौड़ में शामिल रखा। फिर अर्शद ने अगले दो राउंड में क्रमश: 82.91 और 81.98 मीटर की दूरी पर भाला फेंका। वह पांचवें स्थान पर रहे। नीरज चोपड़ा ने दूसरे थ्रो में 87.58 मीटर दूर भाला फेंककर पहला स्थान हासिल किया। चेक गणराज्य के जाकुब वादलेच ने 86.67 मीटर भाला फेंककर रजत जबकि उन्हीं के देश के वितेजस्लाव वेस्ली ने 85.44 मीटर की दूरी तक भाला फेंका और कांस्य पदक हासिल किया।
नीरज चोपड़ा ने मिल्खा सिंह को समर्पित किया मेडल
चोपड़ा ने कहा कि भारत ने ओलंपिक में कई पदक जीते। हमने हॉकी और निशानेबाजी में स्वर्ण पदक जीते हैं लेकिन हमारे कुछ महान एथलीट जैसे मिल्खा सिंह और पीटी उषा किसी तरह पदक हासिल करने में असफल रहे। तो यह (एथलेटिक्स में स्वर्ण पदक) जरूरी था। नीरज ने ओलंपिक स्वर्ण स्वर्गीय मिल्खा सिंह को समर्पित किया है। दिग्गज धावक मिल्खा सिंह को समर्पित किया जिनका जून में कोविड-19 के कारण निधन हो गया था। नीरज की तरफ से मिले इस सम्मान से मिल्खा सिंह के पुत्र और स्टार गोल्फर जीव मिल्खा सिंह भावुक हो गए और उन्होंने तहेदिल से उनका आभार व्यक्त किया।