रविवार रात लिस्बन में बायर्न म्यूनिख ने खाली स्टेडियम में इतिहास रचा जिसकी गूंज मैदान में ना सही लेकिन पूरे विश्व में सुनाई दी। चैंपियन्स लीग फाइनल के दूसरे हाफ में किंग्सले कोमन द्वारा हेडर के जरिए किए गए एक बेहतरीन गोल ने बायर्न को 1-0 की बढ़त दिलाई जो कि अंत तक जारी रही और बायर्न ने छठी बार खिताब अपने नाम किया। बेशक मैदान पर दर्शक नहीं थे लेकिन पीएसजी की इस हार के बाद फैंस भड़क गए और काफी हंगामे के बाद 148 लोग गिरफ्तार भी किए गए।
पेरिस सेंट जर्मेन (पीएसजी) की लिस्बन में बायर्न म्यूनिख के हाथों 0-1 से हार के बाद उसके प्रशंसक भड़क गये और उन्होंने पुलिस अधिकारियों के साथ हाथापायी करने के अलावा कारों और दुकानों की खिड़कियां तोड़ डाली। इसके बाद पुलिस ने 148 लोगों को गिरफ्तार कर लिया। पेरिस पुलिस के प्रवक्ता ने सोमवार को बताया कि सैकड़ों प्रशंसकों पर मास्क नहीं पहनने के लिये जुर्माना भी लगाया गया है।
16 पुलिस अधिकारी घायल
फ्रांस के गृह मंत्री गेराल्ड डार्मानिन ने ट्विटर पर लिखा कि रविवार की रात की झड़प में 16 पुलिस अधिकारी घायल हो गये। पुलिस के पास चोटिल फुटबॉल प्रशंसकों का आंकड़ा नहीं है। फ्रांसीसी फुटबाल प्रेमियों को उम्मीद थी मार्सेली के बाद पीएसजी यूरोप का सबसे बड़ा क्लब टूर्नामेंट जीतने वाला दूसरा क्लब बन जाएगा लेकिन उसे हार का सामना करना पड़ा।
आंसू गैस छोड़नी पड़ी
पीएसजी की हार पर मार्सेली में जश्न मनाया गया तो पेरिस में समर्थकों ने उत्पात मचा दिया। समर्थक क्लब के स्टेडियम के बाहर जमा हो रखे थे और पुलिस को उन्हें तितर बितर करने के लिये आंसू गैस छोड़नी पड़ी। जर्मन क्लब बायर्न म्यूनिख ने इससे पहले स्पेन के दिग्गज फुटबॉल क्लब बार्सिलोना को 8-2 से करारी शिकस्त दी थी जिस नतीजे ने खलबली मचा दी थी। लेकिन फाइनल में नेमार जैसे खिलाड़ी को रोकते हुए खिताब जीतना आसान नहीं था, जो उन्होंने कर दिखाया।