- पीवी सिंधू रविवार को ब्रॉन्ज मेडल मुकाबला खेलेंगी
- सिंधू को सेमीफाइनल में हार का सामना करना पड़ा
- सिंधू के पिता ने अपने बेटी को एक खास सलाह दी है
हैदराबाद: पीवी सिंधू के पिता पी वी रमन्ना ने शनिवार को कहा कि उनकी बेटी को सेमीफाइनल में विश्व की नंबर एक ताइ जु यिंग से मिली पीड़ादायक हार को भुलाकर टोक्यो ओलंपिक के महिला एकल में रविवार को चीन की ही बिंग जियाओ के खिलाफ होने वाले कांस्य पदक मैच के लिए नए सिरे से शुरुआत करनी होगी। मौजूदा विश्व चैंपियन सिंधू का सेमीफाइनल में हार से स्वर्ण पदक जीतने का सपना टूट गया, लेकिन उनके पास कांस्य पदक जीतने का मौका है जिसके लिये वह रविवार को बिंग जियाओ का सामना करेंगी।
'देश के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना होगा'
भारत की 1986 एशियाई खेलों की कांस्य पदक विजेता वॉलीबॉल टीम के सदस्य रहे रमन्ना ने पत्रकारों से कहा, 'कल हमें अधिक सतर्क रहना होगा और उसे देश के लिए पदक जीतने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना होगा।' उन्होंने कहा, 'उसे हार भुलानी होगी हालांकि किसी भी खिलाड़ी के लिये तीसरे और चौथे स्थान के लिये खेलना पीड़ादायक होता है। उसे रविवार के मैच को एक नए मैच के रूप में लेना चाहिए।'
सिंधू ने ताइ जु को पहले गेम में कड़ी चुनौती दी
रियो ओलंपिक की रजत पदक विजेता सिंधू ने ताइ जु को पहले गेम में कड़ी चुनौती पेश की लेकिन आखिर में उन्हें 40 मिनट तक चले मैच में 18-21, 12-21 से हार का सामना करना पड़ा। इन दोनों खिलाड़ियों के बीच सेमीफाइनल से पहले 18 मैच खेले गए थे जिनमें ताइ जु ने 13 मैच जीते थे और उन्होंने अपने इस दबदबे को शनिवार को भी बरकरार रखा। सिंधू के पास अब ओलंपिक में दो व्यक्तिगत पदक जीतने वाली पहली भारतीय खिलाड़ी बनने का मौका है।