नई दिल्ली: भारतीय बैडमिंटन स्टार साइना नेहवाल ने कोविड-19 महामारी के बावजूद पिछले सप्ताह ऑल इंग्लैंड चैंपियनशिप जारी रखने के लिये खेल प्रशासकों पर खिलाड़ियों की सुरक्षा पर वित्तीय लाभ को प्राथमिकता देने का आरोप लगाया। साइना ने ट्वीट किया, 'मैं केवल एक बात सोच सकती हूं कि खिलाड़ियों की सुरक्षा और भावनाओं के बजाय वित्तीय हितों को अधिक तवज्जो दी गयी। इसके अलावा पिछले सप्ताह ऑल इंग्लैंड ओपन 2020 को जारी रखने का कोई अन्य कारण नहीं था।'
यह 30 वर्षीय खिलाड़ी इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट के पहले दौर में हारकर बाहर हो गयी थीं। कोरोना वायरस के कारण दुनिया भर में कई खेल प्रतियोगिताएं स्थगित कर दी गयी थी लेकिन ऑल इंग्लैंड बैडमिंटन टूर्नामेंट को जारी रखा गया था। इस टूर्नामेंट के समाप्त होने के बाद विश्व बैडमिंटन महासंघ ने अपनी सभी प्रतियोगिताओं पर रोक लगा दी थी।
ऑल इंग्लैंड बैडमिंटन के क्वार्टर फाइनल मुकाबले से पहले पीवी सिंधू ने खेल मंत्री किरण रिजिजू को फोन किया था और उनसे टूर्नामेंट में खेलना जारी रखने के लिए सलाह मांगी थी। खिलाड़ी कोरोना संक्रमण को लेकर चिंतित थे और उन्हें कोई साफ रास्ता नजर नहीं आ रहा था। ऐसे में साइना ने पहले करते हुए अपना गुस्सा जाहिर किया है।
(भाषा इनपुट के साथ)