- कोरोना महामारी के बीच अर्जेंटीना में अनोखे अंदाज में खेला जा रहा है फुटबॉल
- सोशल डिस्टेंसिंग के साथ मैदान पर खेल का अनोखा मिश्रण
- कोविड-19 को देखते हुए लंबे समय से ठप्प पड़ी थीं खेल गतिविधियां
जब से कोविड-19 महामारी ने पूरी दुनिया में अपने पांव पसारे हैं, तब से दुनिया भर में खेल गतिविधियां ठप्प थीं। पिछले महीने के अंत में कई देशों ने महामारी से जूझते हुए फुटबॉल शुरू करने का फैसला किया और तमाम लीग टूर्नामेंट फिर से शुरू किए गए। इसी बीच फुटबॉल प्रेमी देश अर्जेंटीना में खेल को शुरू करने के लिए नया अंदाज अपनाया गया है और इसे नए स्वरूप के साथ मैदान पर उतारा गया है ताकि लोग खेल भी सकें, और सुरक्षित भी रहें।
अर्जेंटीना को लंबे समय तक इस खूबसूरत खेल से दूर रख पाना मुश्किल है और इसी दीवानगी के चलते यहां फुटबॉल का नया स्वरूप खोजा गया है जिसमें सामाजिक दूरी को ध्यान में रखकर नये नियमों का पालन किया जा रहा है।
ये है 'ह्यूमन फुसबॉल', अपने क्षेत्र में रहकर ही खेलें
इसे यहां की भाषा में ‘मेटेगोल ह्यूमेनो’ या ‘ ह्यूमन फुसबॉल’ (Human Fussball) कहा जा रहा है। इसमें मैदान को सफेद चॉक से 12 आयतों में बांट दिया गया है और हर खिलाड़ी की जगह निर्धारित है। गेंद आयतों से ही पास की जा सकेगी और खिलाड़ी अपने क्षेत्र में ही ड्रिबल कर सकेंगे। एक दूसरे से भिड़ने का तो सवाल ही पैदा नहीं होता।
100 दिन बाद फुटबॉल
स्थानीय फुटबॉल क्लब वेंडे ह्यूमो एफसी और लोस मिसमोस डे सियेम्पेरे की अमैच्योर टीमों ने इस प्रारूप में मैच खेला। उन्होंने कहा कि सौ दिन बाद फुटबॉल खेलकर वे बहुत अच्छा महसूस कर रहे हैं। एक खिलाड़ी ने कहा, ‘मैं बहुत खुश हूं कि इतने समय बाद फिर खेला। ऐसा लग रहा है कि हम फिर से सांस ले पा रहे हैं।’ इस तरह से खिलाड़ी टीम के साथ-साथ अपने सपोर्ट स्टाफ को भी सुरक्षित रखने के प्रयास में जुटे हैं।
अर्जेंटीना के स्टार फुटबॉलर लियोनेल मेसी भी मैदान पर वापसी कर चुके हैं और बार्सिलोना ने अपने पिछले मैच में मेसी के दम पर खूब जलवा बिखेरा। हालांकि इस मैच में वो मेसी के दम पर 2-2 से बराबरी पर ही रह सके और अब स्पेनिश लीग में शीर्ष पर रहने की उनकी उम्मीदें धुंधली होती नजर आ रही हैं।