- पेंग शुआई ने चीन के पूर्व उप प्रधानमंत्री पर यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए थे
- उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट के जरिए इस बारे में बताया था
- चीन की टेनिस स्टार पेंग आरोपों के बाद काफी समय तक गायब रही थीं
बीजिंग: चीन की टेनिस स्टार पेंग शुआई ने फ्रांस के एक अखबार को बताया कि उन्होंने कभी चीनी अधिकारी के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोप नहीं लगाये थे और उनकी कुशलक्षेम को लेकिन दुनिया भर में चिंता ‘बड़ी गलतफहमी’ का नतीजा है। चीन के खेल अखबार ‘ल एक्विप’ में सोमवार को इंटरव्यू प्रकाशित हुआ है। इसमें हालांकि यौन उत्पीड़न के शुरुआती आरोपों और चीन की सरकार द्वारा किसी तरह का दबाव बनाये जाने जैसे कई अहम सवालों का जवाब नहीं मिला। अखबार ने कहा कि उसने एक दिन पहले बीजिंग के एक होटल में पेंग से एक घंटे तक बात की। चीन की ओलंपिक समिति ने यह इंटरव्यू लेने में मदद की।
पेंग ने आईओसी अध्यक्ष के साथ किया डिनर
इससे पहले अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति ने एक बयान में कहा कि आईओसी अध्यक्ष थॉमस बाक ने शनिवार को पेंग के साथ डिनर किया और उन्होंने आईओसी सदस्य क्रिस्टी कोवेंट्री के साथ चीन और नॉर्वे का कर्लिंग मैच देखा। इससे एक दिन पहले चीन के राष्ट्रपति ने बीजिंग शीतकालीन ओलंपिक का उद्घाटन किया जबकि चीन के मानवाधिकार मामलों के खराब रिकॉर्ड और पेंग की स्थिति को लेकर दुनिया भर में चिंता जताई जा रही है। अखबार ने कहा कि उसे सवाल पहले ही भेजने पड़े और चीन की ओलंपिक समिति के एक अधिकारी ने दुभाषिये की भूमिका निभाई।
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'पोस्ट के कोई मायने नहीं निकाले जाने चाहिये'
अखबार ने नवंबर में पेंग की उस सोशल मीडिया पोस्ट के बारे में पूछा, जिसमें उन्होंने चीन के पूर्व उप प्रधानमंत्री और सत्तारूढ़ चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के पोलितब्यूरो की स्थायी समिति के सदस्य झांग गाओली पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था। उसके बाद से पेंग सार्वजनिक रूप से नजर नहीं आईं लेकिन सरकार द्वारा आयोजित कुछ प्रचार कार्यक्रमों में यदा कदा दिखीं। पेंग ने अखबार से कहा, 'यौन उत्पीड़न। मैंने कभी ऐसा कुछ नहीं कहा। यह बहुत बड़ी गलतफहमी है। उस पोस्ट के अब कोई मायने नहीं निकाले जाने चाहिये।'
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'निजी जिंदगी को खेल और राजनीति से नहीं जोड़ें'
वो पोस्ट पेंग के अकाउंट के तुरंत हटा दी गई। इस बारे में अखबार के पूछने पर उसने कहा, 'मैंने उसे हटाया। इसका कारण पूछने पर पेंग ने कहा, 'क्योंकि मैं ऐसा चाहती थी।' उन्होंने इन सवालों का कोई सीधे जवाब नहीं दिया कि क्या चीनी सरकार ने उस पर दबाव बनाया है। उसने कहा , 'मैं कहना चाहती हूं कि भावनायें ,खेल और राजनीति अलग अलग है। मेरी रूमानी समस्याओं, निजी जिंदगी को खेल और राजनीति से नहीं जोड़ा जाना चाहिये।' यह पूछने पर कि नवंबर की उस पोस्ट के बाद उनका जीवन कैसा है, इसपर उन्होंने कहा, 'जैसा होना चाहिये। कुछ खास नहीं।'