नई दिल्ली: भारतीय पुरुष हॉकी टीम और बेल्जियम के बीच कड़े मुकाबले में सेमीफाइनल में 2-5 से हारी भारतीय हॉकी टीम,अब सिर्फ ब्रॉन्ज मेडल की आस रह गई है। गौर हो कि पीएम मोदी ने भी इस रोमांचक हॉकी मैच का लुत्फ उठाया, हॉकी टीम की जीत के लिए भारत में जगह-जगह पूजा-पाठ, मन्नतें मांगी जा रही थी। टीम इंडिया अब ब्रॉन्ज मेडल के लिए मैच खेलेगी, ऐसे में उसके पास पोडियम फिनिश करने का अभी भी चांस है।
इस मुकाबले को लेकर देश के लोगों में अलग ही रोमांच था, मैच के बाद पीएम नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया- "जीत और हार जीवन का एक हिस्सा है। हमारी पुरुष हॉकी टीम ने #Tokyo2020 में अपना सर्वश्रेष्ठ दिया और यही मायने रखता है। टीम को अगले मैच और उनके भविष्य के प्रयासों के लिए शुभकामनाएं। भारत को हमारे खिलाड़ियों पर गर्व है।"
इससे पहले पीएम मोदी ने ट्वीट किया था- सभी खिलाड़ियों को शुभकामनाएं। टीम इंडिया की जीत की कामना करता हूं। मैं मैच देख रहा हूं, टीम और उसकी स्किल पर गर्व है।
पीएम मोदी ने लिखा था, ‘मैं भारत और बेल्जियम का हॉकी पुरुष सेमीफाइनल देख रहा हूं, हमें हमारी टीम और उनके कौशल पर गर्व है, उन्हें बहुत-बहुत शुभकामनाएं।'
सेमीफाइनल मुकाबले का पहला क्वार्टर काफी धमाकेदार रहा। इस क्वार्टर में 3 गोल हुए। भारत ने दो और बेल्जियम ने एक गोल दागा। बेल्जियम ने 1 मिनट 4 सेकंड में मिले पेनल्टी कॉर्नर को गोल में बदल दिया था। इसके बाद हरमनप्रीत ने पेनल्टी कॉर्नर पर गोल दागकर स्कोर 1-1 से बराबर किया।
भारतीय टीम 49 वर्ष बाद ओलंपिक के सेमीफाइनल में पहुंची थी
भारतीय टीम अब आस्ट्रेलिया और जर्मनी के बीच होने वाले दूसरे सेमीफाइनल में पराजित होने वाली टीम से कांस्य पदक के लिये भिड़ेगी। भारत की तरफ से हरमनप्रीत सिंह (सातवें) और मनदीप सिंह (आठवें मिनट) ने गोल किये जबकि बेल्जियम के लिये अलेक्सांद्र हेंड्रिक्स (19वें, 49वें और 53वें मिनट) ने तीन जबकि लोइक फैनी लयपर्ट (दूसरे मिनट) और जॉन जॉन डोहमेन (60वें मिनट) ने एक गोल किया। भारत ने आखिरी बार मास्को ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीता था लेकिन वह म्यूनिख ओलंपिक 1972 के बाद पहली बार सेमीफाइनल में पहुंचा था मास्को ओलंपिक में मैच राउंड रोबिन आधार पर खेले गये थे।