भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) ने अभी हाल ही में अपने यूजर्स को देश में होने वाले एसएमएस धोखाधड़ी के बारे में अलर्ट किया है। बीएसएनएल ने कहा है कि ये जालसाज आपके बैंक खाते से पैसे निकालने के लिए ग्राहकों के केवाईसी डिटेल का उपयोग कर रहे हैं। कंपनी ने कहा कि धोखाधड़ी करने वाले ग्राहकों से एसएमएस के जरिये संपर्क कर रहे हैं और उन्हें बता रहे हैं कि अगर केवाईसी प्रक्रिया पूरी नहीं हुई तो उनका बीएसएनएल सिम निष्क्रिय कर दिया जाएगा। इन फर्जी एसएमएस में सबसे प्रमुख हेडर होते हैं CP-SMSFST, AD-VIRINF, CP-BLMKND, और BP-ITLINN। बीएसएनएल ने कहा है कि ये मैसेज हमारे द्वारा नहीं भेजे जा रहे हैं। साथ ही ग्राहकों से कहा वे इन मैसेजों का कोई जवाब न दें।
सरकार और बीएसएनएल ने समस्या से निपटने के लिए एक नया एसएमएस टेम्प्लेट लागू किया है। ब्लॉकचेन टैक्नोलॉजी की मदद से चलने वाला नया एसएमएस टेम्प्लेट सिस्टम लाइव हो गया है। इसी वजह से बहुत महत्वपूर्ण एसएमएस जैसे ओटीपी फिलहाल ग्राहकों को डिलिवर्ड नहीं किए जा रहे हैं।
बीएसएनएल ने भारत में व्यवसायों को नए एसएमएस टेम्पलेट को अपनाने के लिए पर्याप्त समय दिया, लेकिन क्योंकि अधिकांश बड़े संस्थानों ने इसके लिए बहुत अधिक महत्व नहीं दिया। हालांकि, दिल्ली हाईकोर्ट के आदेश के अनुसार, नया एसएमएस सत्यापन प्रणाली लाइव हो गया। अब, कोई भी मैसेज जो एक सत्यापित कंपनी या व्यवसाय से उत्पन्न होता है, उसे सरकार द्वारा सुझाए गए टेम्पलेट का पालन करना होगा।
यह सिस्टम एसएमएस धोखाधड़ी के प्रतिशत को कम कर देगी क्योंकि कोई भी एसएमएस जो कि कंपनी द्वारा सत्यापित नहीं है, रूक जाएगा और ग्राहकों को डिलिवर्ड नहीं किया जाएगा। बीएसएनएल एसएमएस धोखाधड़ी भी नए एसएमएस वेरिफिकेशन सिस्टम के साथ कम होने की उम्मीद है। लेकिन इस तरह के धोखाधड़ी के बारे में पता होना जरूरी है। महत्वपूर्ण जानकारी जैसे ओटीपी किसी को न बताएं और अन्य व्यक्तिगत जानकारी भी महत्वपूर्ण है। आप इस तरह के एसएमएस को बीएसएनएल और संबंधित अधिकारियों को भी रिपोर्ट कर सकते हैं।