मुख्य बातें
- कहीं भी डेबिट कार्ड इस्तेमाल करते वक्त खास सावधानी बरतें।
- धोखाधड़ी के शिकार आसानी से हो सकते हैं, इसके कई तरीके हैं।
- इन तरीकों से डेबिट कार्ड धोखाधड़ी को रोक सकते हैं।
डेबिट कार्ड ने रोजाना होने वाले ट्रांसजेक्शन को आसान और सुविधाजनक बना दिया है। डेबिट कार्ड के जरिए किसी भी सामान को आसानी से खरीद सकते हैं। वहीं इन दिनों लोग कैश रखने के बजाय डेबिट कार्ड रखना ज्यादा पसंद करते हैं। हालांकि डेबिट कार्ड के जरिए ट्रांसजेक्शन करते समय आपको सावधान रहना चाहिए क्योंकि आप धोखाधड़ी के भी शिकार हो सकते हैं। जालसाज आपके अकाउंट की जानकारी हासिल करने के लिए अलग अलग तकनीक का इस्तेमाल करते रहते हैं। इसलिए कहीं भी डेबिट कार्ड इस्तेमाल करते वक्त खास सावधानी बरतें।
इन तरीकों से हो सकते हैं धोखाधड़ी के शिकार
- चोर आपके डेबिट कार्ड नंबर और पिन तक पहुंच सकता है और अनधिकृत भुगतान कर सकता है या आपके अकाउंट से पैसे निकाल सकता है। चोर अक्सर जानकारी चुराने के लिए अलग-अलग तकनीक का इस्तेमाल करते हैं। ऐसे में वो कार्ड स्किमिंग और कार्ड ट्रैपिंग के जरिए से जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
- रेस्तरां या बार टेंडर के सामने कार्ड मशीन में डेबिट कार्ड इस्तेमाल करते वक्त बेहद सावधान रहना चाहिए। क्योंकि जब आप अपना एटीएम पिन डालते हैं तो कार्ड मशीन पर उनकी नजर हो सकती है।
- कई बार, आप अपना कार्ड खो देते हैं और आपने कार्ड के पीछे अपने एटीएम पिन का उल्लेख किया रहता हैं। चोर आपके कार्ड तक आसानी से पहुंच सकता है और पैसे निकाल सकता है।
- इसके अलावा कई ऐसे फ्रॉड वेबसाइट भी हैं, जो आपको अपने जाल में फंसाने के लिए लालच देते हैं। इन वेबसाइट पर अगर आपने डेबिट कार्ड नंबर दर्ज किया तो उनके जाल में फंस सकते हैं।
- साइबर अटैक भी डेबिट कार्ड धोखाधड़ी के सबसे बड़े कारणों में से एक हैं।
- पब्लिक वाई-फाई भी चोरों को आपकी जानकारी चुराने का एक बड़ा मौका देता है।
- आपके मोबाइल डिवाइस पर कुछ असुरक्षित एप्लिकेशन आपके डेटा तक पहुंच प्राप्त कर सकते हैं और इसका इस्तेमाल अनधिकृत ट्रांसजेक्शन के लिए कर सकते हैं। यदि आप रोजाना डेबिट कार्ड का इस्तेमाल कर रहे हैं, तो आपको सुरक्षित रहने और अपने कैश की सुरक्षा के लिए कुछ सावधानियों को जरूर बरतें।
डेबिट कार्ड धोखाधड़ी को इस तरीके से रोक सकते हैं
- एटीएम से ट्रांसजेक्शन करते समय, सुनिश्चित करें कि आप अपना पिन दर्ज करने से पहले मशीन को अच्छी तरह से जांच लें। इसके साथ ही पिन डालते वक्त कीपैड को कवर कर लें और इस दौरान किसी से बातचीत या फिर पिन नंबर को देखने न दें। अगर आप ट्रांसजेक्शन करने में असमर्थ हैं और अपने बैंक एटीएम का इस्तेमाल करना सही है।
- अपने ट्रांसजेक्शन के बारे में सूचित रहने के लिए बैंकिंग अलर्ट के लिए साइन अप करें। ताकी जितनी बार पैसे निकाले उतनी बार आपको ईमेल या फिर मैसेज मिलते रहे।
- अपने बैकिंग एक्टिविटी को रोजाना चेक करते रहें और अगर आपको कोई अनजान ट्रांसजेक्शन नजर आए, तो तुरंत अपने बैंक के ब्रांच में कॉल करें। इसके साथ ही हर महीने बैंक स्टेटमेंट को भी चेक करते रहें।
- आपको फिशिंग घोटाले से सावधान रहना चाहिए। हमेशा सुनिश्चित करें कि ऑनलाइन बिजनेस करते समय आप किससे बातचीत कर रहे हैं। चोर एक फिशिंग वेबसाइट स्थापित कर सकता है और आपको विश्वास दिलाएगा कि यह बैंक या बिजनेस अकाउंट से संबंधित है। जबकि वास्तव में वह आपके बैंक डिटेल की जानकारी हासिल करना चाहता है।
- अपने मोबाइल उपकरणों पर सही एंटी-वायरस और एंटी-स्पाइवेयर सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल करें और उन्हें नियमित तौर से अपडेट करते रहें।
- सुनिश्चित करें कि जब आप ऑनलाइन शॉपिंग वेबसाइटों पर CVV दर्ज करते हैं, तो उसे अच्छी तरह से ढक कर दर्ज करें।
- पब्लिक या खुले वाई-फाई का इस्तेमाल करने से बचें क्योंकि वे चोरों को आपका डेटा चुराने का एक बड़ा मौका दे सकता है।
- सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए समय-समय पर अपने डेबिट कार्ड के पासवर्ड बदलते रहें।
- कभी भी अपने पिन या CVV जैसे अपने डेबिट कार्ड के डिटेल का खुलासा न करें और उन कॉल से बचें जो आपको डिटेल देने के लिए कहते हैं।
- दुकानों पर भुगतान करते समय, उन खुदरा विक्रेताओं के साथ खरीदारी करने का प्रयास करें जो चिप-इनेबल कार्ड रीडर का इस्तेमाल करते हैं। कभी भी खाली बैंक रसीद पर हस्ताक्षर न करें।