भारत ने जून में मोबाइल औसत स्पीड के लिए अपनी वैश्विक रैंकिंग में तीन स्थान मई में 115 से 118वें स्थान खो दिए, जबकि औसत मोबाइल डाउनलोड स्पीड भी मई में 14.28 एमबीपीएस से थोड़ी कम होकर जून में 14 एमबीपीएस हो गई। मंगलवार को एक रिपोर्ट में इसकी जानकारी दी गई है।
नेटवर्क इंटेलिजेंस और कनेक्टिविटी इनसाइट्स प्रोवाइडर ओकला द्वारा उपलब्ध कराए गए आंकड़ों के अनुसार, जो देश इस महीने के अंत में 5जी स्पेक्ट्रम की नीलामी की उम्मीद कर रहा है, मई में 75वें से जून में 72वें स्थान के साथ, समग्र औसत फिक्स्ड ब्रॉडबैंड स्पीड के लिए विश्व स्तर पर रैंक में तीन स्थानों की वृद्धि हुई है।
भारत में ओवरऑल फिक्स्ड मीडियन डाउनलोड स्पीड मई में 47.86 एमबीपीएस से थोड़ी बढ़ कर जून में 48.11 एमबीपीएस हो गई।
जून 'स्पीडटेस्ट ग्लोबल इंडेक्स' के अनुसार, नॉर्वे समग्र वैश्विक औसत मोबाइल स्पीड के लिए शीर्ष स्थान पर बना हुआ है, जबकि चिली ने सिंगापुर से अपना नंबर 1 स्थान प्राप्त किया है, जो समग्र वैश्विक फिक्स्ड ब्रॉडबैंड स्पीड के लिए नंबर 2 स्थान पर उतरा है।
पापुआ न्यू जीनिया और गैबॉन जैसे देशों ने जून में क्रमश: मोबाइल डाउनलोड स्पीड और फिक्स्ड ब्रॉडबैंड स्पीड के लिए उच्चतम वृद्धि दर्ज की।
ग्लोबल इंडेक्स का डेटा वास्तविक लोगों द्वारा अपने इंटरनेट प्रदर्शन का परीक्षण करने के लिए हर महीने स्पीडटेस्ट का उपयोग करने वाले लाखों टेस्ट से आया है।
रिपोर्ट तब आई है जब देश 5जी युग की तैयारी कर रहा है।