- एंड्रॉयड स्मार्टफोन्स पर हैकिंग का खतरा मंडरा रहा है।
- दुनिया भर के 1 अरब से ज्यादा एंड्रॉयड स्मार्टफोन्स में खामियां हैं।
- शोधकर्ताओं ने कई स्मार्टफोन्स की टेस्टिंग की है।
एंड्रॉयड स्मार्टफोन इस्तेमाल करने वाले यूजर्स के लिए एक बड़ा खतरा सामने आया है। बता दें कि ऐंड्रॉयड स्मार्टफोन और टैबलेट यूजर्स के डेटा पर फिर से हैकिंग का बड़ा खतरा मंडरा रहा है। हाल ही में साइबर सिक्योरिटी फर्म ने गूगल सहित एंड्रॉयड स्मार्टफोन कंपनियों को सॉफ्टवेयर अपडेट को लेकर यूजर्स के साथ ट्रांसपेरेंट होने की बात कही है। इसके साथ ही इस एजेंसी ने उनके सॉफ्टवेयर अपडेट को लेकर कई सवाल भी खड़ा किए हैं।
हाल ही में साइबर सिक्योरिटी फर्म Which? ने दावा किया है कि दुनिया भर के 1 अरब से ज्यादा एंड्रॉयड स्मार्टफोन्स में खामियां हैं। उनके मुताबिक इन स्मार्टफोन्स में सॉफ्टवेयर अपडेट नहीं दिए जाते हैं, जिसकी वजह से इसे आसानी से हैक किया जा सकता है। उन्होंने इसे लेकर बयान दिया कि इन स्मार्टफोन को बनानेवाली कंपनियां साफ नहीं बताती कि इन स्मार्टफोन्स में एंड्रॉयड अपडेट यूजर्स को कितने समय तक मिलता रहेगा। ज्यादातर एंड्रॉयड स्मार्टफोन्स में दो से तीन साल के बाद ही अपडेट मिलने बंद हो जाते हैं।
Which के मुताबिक दुनिया भर में 40 प्रतिशत एंड्रॉइड यूजर्स को अब Google ऑपरेटिंग सिस्टम से सुरक्षा अपडेट नहीं मिल रहे हैं। जिससे उन्हें डेटा चोरी, फिरौती की मांग और मैलवेयर के हमलों का खतरा है। विशेषज्ञों ने कई फोन और टैबलेट का चयन किया और पाया कि उन्हें आसानी से हैक किया जा सकता है। शोधकर्ताओं ने कई स्मार्टफोन्स की टेस्टिंग की है। जिसमें सैमसंग, सोनी और एलजी / गूगल के मॉडल सहित कई फोन शामिल हैं।
टेस्टिंग के बाद शोधकर्ताओं ने पाया कि इसे आसानी से हैक किया जा सकता है। ऐसे में अगर आपके फोन में एंड्रॉयड 6 या इससे पुराना सॉफ्टवेयर है और उसे कोई नया अपडेट नहीं मिल रहा, तो हैकिंग से बचने के लिए यूजर्स एक नया फोन ले सकते हैं। इसके अलावा अगर आप नया फोन नहीं ले रहे हैं तो स्मार्टफोन को इस्तेमाल करने के साथ सावधानी बरतें।