- देश भर के राशन कार्डधारकों के लाभ के लिए मेरा राशन ऐप लॉन्च किया गया है।
- यूजर्स आसानी निकटतम उचित मूल्य की दुकान का पता लगा सकेंगे।
- वर्तमान में, ऐप सिर्फ एड्रायड पर उपलब्ध है और यहां जानिए इसे कैसे डाउनलोड और इस्तेमाल करें।
भारत सरकार आम लोगों की सुविधाओं के लिए कई ऐप लॉन्च कर चुकी है। इस कड़ी में सरकार ने एक और मोबाइल ऐप लॉन्च किया है। जिसका नाम है मेरा राशन ऐप (Mera Ration App)। यह ऐप राशन कार्ड धारकों के लिए है। इस ऐप के जरिए वन नेशन वन राशन कार्ड सिस्टम को आसान बना दिया गया है। यह नया राशन ऐप उन लोगों के लिए फायदेमंद होगा जो आजीविका के लिए एक स्थान से दूसरे स्थान चले जाते हैं।
वन नेशन वन राशन कार्ड सिस्टम की मदद से, सरकार ने भारत में 69 करोड़ नेशनल फूड सेक्युरिटी एक्ट (NFSA) के लाभार्थियों को शामिल किया है। NFSA के लाभार्थियों को सरकार सार्वजनिक वितरण प्रणाली (PDS) के जरिये 81 करोड़ से अधिक लोगों को अत्यधिक सब्सिडी वाले खाद्यान्न प्रदान करती है।
अब मेरा राशन ऐप (Mera Ration app) सरकार के साथ-साथ आम लोगों को भी इस सिस्टम का बेहतर तरीके से मैनेज करने में मदद करेगा। वर्तमान में, ऐप सिर्फ एड्रायड पर उपलब्ध है और यहां जानिए इसे कैसे डाउनलोड और इस्तेमाल करें।
Mera Ration app कैसे डाउनलोड और इस्तेमाल करें?
- सबसे पहले Google Play Store पर जाएं।
- इसके बाद सर्च बॉक्स में Mera Ration app सर्च करें।
- Mera Ration app ऐप को डाउनलोड और इंस्टॉल करें।
- Mera Ration app ऐप को ओपन करें।
- अपने राशन कार्ड की डिटेल के जरिये रजिस्ट्रेशन करें।
Mera Ration app की जरूरत क्यों है?
देश भर के राशन कार्डधारकों के लाभ के लिए मेरा राशन ऐप लॉन्च किया गया है। अब यूजर्स सिर्फ टैप करके निकटतम उचित मूल्य की दुकान का पता लगा सकेंगे। यूजर्स अपने पात्रता और हाल ही में किए गए लेन-देन का डिटेल भी देख सकेंगे। वर्तमान में, ऐप हिंदी और अंग्रेजी भाषाओं में उपलब्ध है, लेकिन जल्द ही सरकार ने 14 अन्य भारतीय भाषाओं को जोड़ने की योजना बनाई है।
नए ऐप के लॉन्च पर, खाद्य और सार्वजनिक वितरण विभाग के सचिव, सुधांशु पांडे ने कहा था कि नए मोबाइल ऐप का उद्देश्य NFSA के लाभार्थियों, विशेष रूप से प्रवासी लाभार्थियों, उचित मूल्य की दुकान (fair price shop) या राशन दुकान के डीलर और अन्य हितधारक के बीच वन नेशन वन राशन कार्ड (ONORC) से संबंधित सेवाओं की सुविधा देना है।
इस योजना के तहत, लाभार्थियों को चावल, गेहूं और मोटे अनाज 3 रुपए, 2 रुपए और 1 रुपए किलो मिलते हैं। दूसरे राज्यों आजीविका के लिए जाने पर भी इस दर पर मिलेंगे।