- साल का पहला सूर्य ग्रहण शुरू हो चुका है
- इस बार मान्य नहीं है सूर्य ग्रहण का सूतक काल
- भारत में केवल दो जगहों से मिलेगा आकाश में अद्भुत नजारा देखने का मौका
नई दिल्ली: देश में ज्येष्ठ अमावास्या के दिन साल का पहला सूर्य ग्रहण लग गया है। वैसे तो यह ग्रहण अमेरिका, यूरोप, उत्तरी अटलांटिक महासागर तथा उत्तर एशिया के अधिकांश हिस्सों में देखा जा सकेगा लेकिन भारत में भी कुछ जगहों पर यह आंशिक रूप से दिखाई देगा। इस खगोलीय घटना को देखने के लिए लोग इंटरनेट का भी सहारा ले रहे हैं जहां इसका लाइव प्रसारण किया जा रहा है।
शाम तक रहेगा ग्रहण
भारतीय समयानुसार यह सूर्य ग्रहण दोपहर एक बजकर 42 मिनट से शुरू हो गया जो शाम छह बजकर 41 मिनट तक चलेगा। भारत की बात करें तो यहां केवल दो जगहों पर यह सूर्य ग्रहण दिखाई देगा। ज्योतिषाचार्यों की मानें तो ग्रहण वृष राशि तथा मृहशिरा नक्षत्र में लग रहा है जिसका असर कई राशियों पर सकारात्मक और नकारात्मक रूप से देखने को मिल सकता है। ग्रहण के समय मंदिरों के कपाट बंद कर दिए जाते हैं और खत्म होने के बाद देवी देवताओं को पवित्र जल से स्नान कराकर पूजा की जाती है।
भारत में यहां देख सकते हैं लोग ग्रहण
यह सूर्यग्रहण वलयाकार है। वलयाकार ग्रहण के दौरान सूर्य, चंद्रमा और पृथ्वी एक सीधी रेखा में आ जाते हैं। भारत की बात करें तो यहां अरुणाचल प्रदेश तथा लद्दाख में इस खगोलीय घटना को देखा जा सकता है। अरुणाचल प्रदेश में दिबांग वन्यजीव अभयारण्य के पास से शाम लगभग 5:52 बजे तथा लद्दाख के उत्तरी हिस्से से शाम लगभग 6.15 बजे से सूर्यास्त तक सूर्य ग्रहण देखा जा सकेगा। शाम 4:52 बजे तक आकाश में सूर्य अग्नि वलय (आग की अंगूठी) की तरह दिखाई देगा।
आपको बता दें कि इस साल दो सूर्य ग्रहण होने हैं, पहला 10 जून यानि आज लगा हुआ है जबकि दूसरा सूर्य ग्रहण 4 दिसंबर 2021 को होगा। उस ग्रहण की खासियत भी ये है कि वह भारत में नहीं दिखाई देगा।