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मालगाड़ी के इंजन के नीचे आया 2 साल का मासूम, लोको पायलट की सूझबूझ से ऐसे बची जान [Video]

Updated Sep 24, 2020 | 15:34 IST

2 साल का एक मासूम बच्चा मालगाड़ी के इंजन के नीचे आ गया। अपनी रफ्तार में आ रहे ट्रेन के लोको पायलट की नजर जब बच्चे पर पड़ी तो उन्होंने इस सूझबूझ से उस बच्चे की जान बचाई। देखें वायरल वीडियो-

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तस्वीर साभार:&nbspTwitter
ट्रेन के नीचे आए बच्चे की ऐसे बची जान
मुख्य बातें
  • मालगाड़ी के नीचे आया 2 साल का मासूम बच्चा
  • लोको पायलट ने अपनी सूझबूझ से बचाई उसकी जान
  • सोशल मीडिया पर वायरल हुआ इस घटना का वीडियो

नई दिल्ली : मालगाड़ी के नीचे अचानक से 2 साल के मासूम बच्चे के आ जाने से ट्रेन का लोको पायलट भी घबरा गया। दीवान सिंह और उसके असिस्टेंट अतुल आनंद ने रेलवे ट्रैक के बीच दो साल के मासूम बच्चे को देखा। मालगाड़ी अपनी रफ्तार से ट्रैक पर आगे बढ़ रही थी। उन्होंने फौरन इमरजेंसी ब्रेक लगा दिया लेकिन इस बीच मालगाड़ी का इंजन बच्चे को पार कर निकल गया था। घबराए हुए दोनों लोको पायलट इंजन से नीचे उतरे लेकिन नीचे का नजारा देखकर उनकी सांस में सांस आई।

बच्चा ट्रेन के दोनों पहियों के बीच जीवित था, रो रहा था और फंसा हुआ था। उसे खरोंच तक नहीं आई थी। ये घटना फरीदाबाद के पास बल्लभगढ़ रेलवे स्टेशन पर की है। ये स्टेशन आम तौर पर काफी व्यस्त रहता है लेकिन इन दिनों खाली है। जानकारी के मुताबिक वह दो साल का बच्चा अपने 14 साल के भाई के साथ ट्रैक के पास खेल रहा था। आगरा डिवीजनल रेलवेज के कमर्शियल मैनेजर एसके श्रीवास्तव ने बताया कि बड़ा भाई खेलने के दौरान छोटे भाई को रेलवे ट्रैक के बीच शायद छोड़ गया था। उसी दौरान दिल्ली से आगरा जाने वाली एक मालगाड़ी ट्रेन आ गई।


इस घटना का 19 सेकेंड का एक वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आया है जो ट्रेन के रुकने के बाद का है। वीडियो में बच्चा ट्रेन के पहियों के बीच फंसा दिख रहा है जबकि उसका बड़ा भाई को लोको पायलट ने पकड़ा हुआ है। वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। उस बच्चे को अंदर से निकालना आसान नहीं था।

श्रीवास्तव ने बताया कि सबसे पहले पायलटों ने उस बच्चे को चुप कराया जो लगातार रोए जा रहा था। इसके बाद धीरे-धीरे व सावधानीपूर्वक उसे नीचे से बाहर निकाला। इसके बाद उसे उसकी मां को सौंप दिया गया। बच्चे को किसी प्रकार की कोई चोट नहीं आई है। रेलवे अधिकारियों को इस बारे में सूचित कर दिया गया है। लोको पायलटों को डिवीजनल रेलवे मैनेजर के द्वारा पुरस्कृत किया जाएगा।