महोबा: उत्तर प्रदेश में दुल्हनें तेजी से जुझारू और आक्रामक होती जा रही हैं। एक दुल्हन ने चश्मे वाले दूल्हे से शादी करने से इंकार कर दिया, तो दूसरी ने नशे की हालत में आए दूल्हे से शादी करने से मना किया है। इसी तरह की एक घटना महोबा से सामने आई है, जहां दुल्हन ने पवित्र अग्नि के छह फेरे लेने के बाद अपनी शादी तोड़ दी। हिंदुओं में परंपरा के हिसाब से शादी की रस्मों को पूरा करने के लिए दूल्हा और दुल्हन एक साथ आग के चारों ओर सात फेरे लेते हैं।
खबरों के मुताबिक, कुलपहाड़ तहसील के एक गांव में हुई एक घटना में पवित्र अग्नि के छह फेरे पूरे कर लेने के बाद दुल्हन ने बताया कि वह ये शादी तोड़ रही है। दूल्हा और दुल्हन के दोस्तों और रिश्तेदारों ने दुल्हन को शादी के लिए मनाने की पूरी कोशिश की, लेकिन वह अपने फैसले से टस से मस नहीं हुई। देखते ही देखते मामला इतना गंभीर हो गया कि आधी रात को पंचायत को मामले में दखल देने के लिए बुलाया गया।
दुल्हन ने यहां भी अपना पक्ष रखा, तो दूल्हे के रिश्तेदारों के पास वापस लौटने के अलावा कोई और रास्ता नहीं बचा। दुल्हन से जब पूछा गया कि शादी करने में उसकी दिलचस्पी क्यों नहीं है? तो उसने जवाब दिया कि उसे दूल्हा पसंद नहीं है।
इस पर दूल्हे के पिता ने कहा कि अगर दुल्हन शादी के लिए तैयार ही नहीं थी, तो वह जयमाल सहित शादी की अन्य रस्मों में शामिल ही क्यों हुई। सूत्रों ने बताया कि शादी की बाकी सभी रस्में आराम से सम्पन्न हुई थी। शादी वाले दिन भी सुबह से कोई तनाव या बहस नहीं हुआ था। सभी खुश थे। ये सब अचानक से हो गया।