- आंध्र प्रदेश के नागरकुर्नुल की घटना
- एसीबी के छापे के बाद एक एजेंट मे लाखों के नोट को आग के हवाले किया
- रिपोर्ट के मुताबिक एजेंट एक तहसीलदार के लिए काम करता था।
नई दिल्ली। किसी ने कहा है कि पैसा खुदा नहीं होता पर बाखुदा खुदा से कम भी नहीं होता। हर एक शख्स पैसों के लिए कितनी कड़ी मेहनत करता है। लेकिन तेलंगाना के कुर्नूल जिले के रहने वाले शख्स वेंकटैया गौडा की कमाई का तरीका कुछ और ही था। कुछ ही वर्षों में वो लखपति बन गया लेकिन सरकार की निगाह में आ गया।
आग के हवाले पांच लाख रुपए
एंटी करप्शन ब्यूरो की डर से उसने खुद पांच लाख से अधिक रुपयों को आग के हवाले कर दिया। दरअसल एसीबी को कहीं से जानकारी मिली थी कि आरोपी शख्स तहसीलदार का एजेंट है और उसके लिए पैसों की वसूली करता है। जब एनसीबी उस शख्स यानी वेंकटैया गौड के घर पहुंची तो उसने पांच लाख रुपए को गैस स्टोव को जलातर फूंक डाला।
अवैध कमाई पर एसीबी की थी नजर
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक पांच लाख रुपए की रकम में 92 हजार रुपये पूरी तरह जलकर खाक हो गए। लेकिन शेष नोट भी जल गए। दिलचस्प यह है कि जब एसीबी अधिकारियों की टीम वेंकटैया गौड के घर पहुंची तो उसने अलग अलग तरकीबों से बचने की कोशिश की। वो अपने घर का दरवाजा नहीं खोल रहा था। बार बार कहने और चेतावनी देने के बाद उसने दरवाजा खोला। लेकिन काली कमाई को आग के हवाले कर चुका था।