नई दिल्ली: साल 2020 एक मुश्किल वर्ष रहा है। कोरोनो वायरस महामारी के कारण हालात और विकट हो गए हैं। कोरोना के कारण लगे लॉकडाउन में कई लोगों की नौकरी चली गई, कई के धंधे बंद हो गए। लेकिन, फिर भी ऐसे कई लोग हैं, जिन्होंने हार नहीं मानी। मिसाल के तौर पर ऐसी ही कहानी है अक्षय पारकर की।
अक्षय पारकर एक शेफ हैं जिन्होंने 5 सितारा होटलों और अंतरराष्ट्रीय क्रूज पर काम किया है। कोरोना वायरस संकट के बीच उन्होंने अपनी नौकरी खो दी। इसके बाद अक्षय ने मुंबई में सड़क के किनारे एक स्टॉल खोला और अपनी आजीविका कमाने के लिए बिरयानी बेचना शुरू कर दिया।
ये है अक्षय पारकर की कहानी
Being मालवणी फेसबुक पेज ने उनकी कहानी को शेयर किया। बिरयानी बेचते हुए अक्षय की तस्वीरें साझा करते हुए लिखा, 'जीवन आपको एक अवसर देता है, अब यह आपके ऊपर है कि उस अवसर को सोने में कैसे बदलें। इस लॉकडाउन से पहले उन्होंने मुंबई के ताज सत्स होटल जैसे 7 स्टार में शेफ के रूप में काम किया और अंतरराष्ट्रीय क्रूज में लगभग 8 साल तक शेफ के रूप में काम किया। अक्षय पारकर को इस लॉकडाउन में नौकरी खोनी पड़ी, लेकिन अब उसे पता चला कि चुपचाप बैठने से कुछ नहीं होगा। फिर वो अपने शरीर में खाना पकाने की कला लेकर आया और दादर में शिवाजी मंदिर के सामने शाकाहारी और नॉन वेज बिरयानी स्टाल लगाया। पहले उसे कुछ बुरी घटनाओं का सामना करना पड़ा, लेकिन यह लड़का अपने दिमाग में जिद्दी था और सभी परेशानियों का सामना करना पड़ा, इसलिए आज वह गर्व से अपना काम कर रहा है। एक बार अक्षय के हाथ से इस बिरयानी को आजमाएं, हम गारंटी देते हैं कि आप इसे पसंद करेंगे और अक्षय विभिन्न प्रकार के भोजन के आदेश लेता है अगर आपके पास है तो कोई भी बड़ा आदेश अक्षय से जरूर संपर्क करें।'