- ऑस्ट्रेलिया के रहने वाले एक शख्स को छह साल पहले सोने का पत्थर मिला था
- अब उस पत्थर को लेकर वैज्ञानिकों ने काफी चौंकाने वाले खुलासे किए
- पत्थर अरबों साल पुराना एक उल्कापिंड था
इस दुनिया में अक्सर ऐसी-ऐसी चीजें मिलती रहती है, जिसकी सच्चाई जानकर लोग दंग रह जाते हैं। कई बार तो लोगों को उस पर यकीन नहीं होता है। एक ऐसा ही मामला ऑस्ट्रेलिया के मेलबर्न से सामने आया है, जहां एक शख्स को तकरीबन छह साल पहले एक सोने का पत्थर मिला था। लेकिन, जब उसे पत्थर की सच्चाई पता चली तो उसके होश उड़े गए। क्योंकि, वह सोने का पत्थर नहीं था बल्कि अरबों साल पुराना एक उल्कापिंड था। तो आइए, जानते हैं क्या है पूरा मामला?
ये कहानी है डेविड होल नाम के शख्स की। रिपोर्ट के अनुसार, साल 2015 में डेविड को मेलबर्न के पास मैरीबोरो रीजनल पार्क में एक पीले रंग का पत्थर मिला था। 19वीं सदी में यहां काफी सोना पाया जाता था। लिहाजा, डेविड को लगा कि यह कोई पत्थर का टुकड़ा है इसलिए उसने उसे अपने पास रख लिया। करीब छह साल तक डेविड ने उस पत्थर को अपने पास रखा। हालांकि, कई बार उसने उस पत्थर को तोड़ने की कोशिश की। लेकिन, इसमें उसे कामयाबी नहीं मिली। छह साल बाद वह उस पत्थर को मेलबर्न म्यूजियम में पहुंचा। म्यूजियम में जब उस पत्थर की सच्चाई सामने आई तो सबके पैरों तले जमीन खिसक गई।
टुकड़े को लेकर काफी चौंकाने वाला खुलासा
म्यूज़ियम के लोगों ने उसके हाथ में ये पत्थर देखा तो वे भी हैरान रह गए। क्योंकि, वह पत्थर अरबों साल पुराना एक उल्कापिंड था। म्यूजियम के वैज्ञानिक डेरमोट हेनरी ने बताया कि उन्हें अब तक सिर्फ 2 ही असली उल्कापिंड हासिल हुए हैं। उन्होंने बताया कि यह टुकड़ा मंगल और बृहस्पति ग्रह के बीच स्थित एस्टरॉयड बेल्ट से आया हुआ हो सकता है। रिपोर्ट के अनुसार, इसकी उम्र तकरीबन 4.6 अरब साल बताई जा रही है और इसका वजन 17 किलोग्राम है। फिलहाल, उस टुकड़े की जांच की जा रही है, लेकिन सच्चाई ने सबके होश उड़ा दिए और अब यह मामला पूरे इलाके में छाया हुआ है।